दाहसंस्कार के 6 दिनों बाद आई कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव
रायगढ़—- गत 29 तारीख को जिले के प्रखर विद्वान,कवि,चिंतक,वरिष्ठ स्वतंत्र पत्रकार शशिकांत शर्मा को साँस लेने में तकलीफ एवं आक्सीजन लेबल डाउन होने पर मध्यान्ह 3.30 पर ईलाज के जिला चिकित्सालय लाया गया था। मृतक शशिकांत के परिजन बतलाते है कि उन्होंने दोपहर 12 बजे से लगातार कई बार कोविड19 के अस्पताल एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी से एम्बुलेंस भेजने की गुहार लगाई थी परन्तु इन पाषाण हृदय के लोगो पर गुहार का कोई प्रभाव नही पड़ा। अंततः लगभग 3.30 बजे शशिकांत को मरणासन्न अवस्था मे जिला चिकित्सालय लाया जाता है और 4.30 बजे उनको मृत घोषित कर कोरोना पॉजिटिव बतलाकर रात भर उनकी मृतदेह को अस्पताल के मरचुरी में रखकर कोविड 19 के नियमानुसार शहर से दूर अमलिभौन के निर्जन स्थान पर 5 लोगो की मौजूदगी में अग्नि में उनके शरीर को सुपुर्द किया जाता है।
शशिकांत के निधन की खबर जंगल मे आग की तरह से फैल गई और लोग अचंभित होकर अपने अपने फोन खड़खड़ाने लगे थे। प्रेस क्लब रायगढ़ के अध्यक्ष हेमंत थवाईत,सचिव नवीन शर्मा एवं प्रेस एशोसिएशन के अध्यक्ष रामचन्दर शर्मा अपने दिवंगत साथी शशिकांत की आत्मा की शांति के लिए शोक सभा आयोजित कर अपने साथी की मृत्यु पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कलेक्टर रायगढ़ को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर 1 करोड़₹ की क्षतिपूर्ति एवं दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी ट्यूटर के माध्यम से शशिकांत के निधन पर अपनी संवेदनाए प्रकट की थी।
आज दोपहर 1.30 बजे मृतक शशिकांत शर्मा के मोबाईल पर मैसेज आता है कि आपकी कोविड19 की रिपोर्ट नेगेटिव है। इस बात को लेकर स्वास्थ अमला कटघरे में खड़ा नजर आ रहा है। या तो अभी मिली रिपोर्ट गलत है या फिर मृत्यु के समय की गई जांच रिपोर्ट गलत है। वास्तविकता क्या है इसकी पड़ताल मीडिया साथियों के दबाव से ही स्पष्ट हो सकेगा। बरहाल मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मातहतों द्वारा मनमानी तरीके से लोगो के जीवन से खिलवाड़ किये जा रहा है। कल ही जेलपारा के 5 लोगो की रिपोर्ट मोबाइल पर नेगेटिव भेजी गई थी। जिसे जागरूक कलमकार “अमित पांडेय” ने शेयर किया था जिसे बाद में कलेक्टर की फटकार के बाद बदलकर पॉजिटिव किया गया था। न जाने स्वास्थ्य विभाग किन मूर्खो के सहारे चल रहा है। जो मरीजो के साथ लुका छिपी का खेल खेल रहे है।
कलम के जादूगर शशिकांत तो इस संसार को छोड़कर विदा ले चुके है। जिनका क्रियाकर्म,कर्मकांड भी रीति रिवाज के अनुसार नही हो सका है और उनके कांटेक्ट में आये परिजन या तो कोविड 19 में इलाजरत है या फिर होम कवारेंटिंन में है। जो लोग होम कवारेंटिंन में है उन लोगो ने भी कई मर्तबा फोन कर अपना ब्लड सेम्पल जांच हेतु निवेदन किया है परन्तु गैर जिम्मेदार विभाग आज पर्यन्त सेम्पल लेने नही गया है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग दिन प्रतिदिन पॉजिटिव मरीजो की संख्या बढ़ाने में लगा हुआ है।
बतलाया जा रहा है कि मृतक शशिकांत के परिजन बारहवां होने के पश्चात प्रेस क्लब,एशोसिएशन के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग पर कानूनी कार्यवाही कर जांच एवं क्षतिपूर्ति की मांग करेगा।