🔴प्रदूषण नियंत्रण के लिए सामूहिक सहभागिता से होगा काम—कलेक्टर भीम सिंह🔴भारी वाहनों के लिए शहर के चारों ओर बीओटी मोड में बनाई जायेगी सड़क🔴उद्योगों में ईएसपी की होगी जांच, हाई ट्रैफि क वाली सड़कों के किनारे बनाया जाएगा ग्रीन बेल्ट🔴विभागों को पर्यावरण मानकों के पालन करवाने के मिले निर्देश🔴
रायगढ़—– कलेक्टर भीम सिंह ने रायगढ़ जिले में प्रदुषण नियंत्रण व वायु गुणवत्ता सुधार के लिये व्यापक कार्ययोजना तैयार करने के सबन्ध में एक महत्वपूर्ण बैठक ली। इसके लिए उन्होंने पर्यावरण विभाग को एक प्रेजेंटेशन तैयार करने का जिम्मा सौंपा था। बैठक में इस प्रेजेंटेशन के आधार पर प्रदुषण नियंत्रण के लिये किये जाने वाले उपायों पर विस्तार से चर्चा की गयी।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि जिले में प्रदुषण नियंत्रण के लिये सभी को मिलकर एक्शन मोड में कार्य करना होगा। सामूहिक जिम्मेदारी के तहत शासकीय विभाग रेगुलेटरी कार्य करेगा और उद्योगों के साथ ही लोगों को भी व्यक्तिगत सहभागिता निभानी होगी, तभी हम जल्दी प्रदुषण का स्तर कम करने में सफल होंगे। कार्ययोजना में प्रमुख रूप से पर्यावरण गाइडलाइन्स के पालन के साथ सड़क सुधार और हरियाली विस्तार पर फोकस होगा। बैठक में नगर निगम आयुक्त आशुतोष पाण्डेय, परिवहन अधिकारी सुमीत अग्रवाल, पर्यावरण अधिकारी अजय गेडाम सहित उद्योग, खनिज व पीडब्लूडी विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
भारी वाहनों के लिए शहर के चारों और बनाई जाएगी सड़क
कलेक्टर सिंह ने जर्जर सड़क पर भारी वाहनों की आवाजाही से होने वाले प्रदुषण को नियंत्रित करने शहर के चारों और बिल्ट ऑपरेट ट्रान्सफर मोड में सड़क बनाने के लिये सर्वे कर प्रपोजल तैयार करने के निर्देश पीडब्लूडी को दिए। इसके साथ ही अन्य प्रमुख मार्ग जिन्हें सुधारा जाना है उसकी एक विस्तृत सर्वे रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश नेशनल हाईवे, पीडब्लूडी, नगर निगम, उद्योग तथा खनिज विभाग को दिए। शहर की भीतर की सड़कों के लिए नगर निगम आयुक्त से कहा कि जहाँ सुधार कार्य किया जाना है उसे चिन्हांकित करें, शहरी सड़कों में शोल्डर निर्माण के लिये भी सर्वे करें। ढिमरापुर चौक तिराहा से जाने वाली सड़कों की मरम्मत काम उद्योगों से समन्वय कर करवाने के लिये कहा। इन मार्गों पर निर्माण कार्य प्रारम्भ नहीं होता तब तक वैकल्पिक रूप से नियमित पानी का छिडकाव करवाने के निर्देश भी दिए।
गाइड लाइन्स पालन करवाने विभागों को सौंपी गयी जिम्मेदारी
कलेक्टर सिंह ने सभी संबंधित विभागों को प्रदुषण नियंत्रण के लिये बनाये गाइडलाइन्स व मानकों का पालन करवाने के लिये एक्शन मोड में कार्य करने के निर्देश दिए। पर्यावरण अधिकारी को जिले के सभी उद्योगों में इएसपी की अगले एक माह में जांच कर स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। फ्लाई ऐश निपटान के लिये शासन के मापदंडों के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिए। बिना ढंके रॉ-मटेरियल का परिवहन करने वाले ओवरलोड और बिना फिटनेस के चल रही गाडिय़ों पर लगातार कार्यवाही के निर्देश परिवहन अधिकारी को दिए। उन्होंने पीयूसी सर्टिफिकेट की जांच करने के लिए भी कहा। शासन द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप ही प्लास्टिक बैग का उपयोग किया जाये। इसके लिये सघन जांच अभियान चलाने के निर्देश दिए। खुले में कचरा व प्लास्टिक जलाने वाले पर कार्यवाही की जाये। खाद्य आधिकारी को निर्देशित किया कि ढाबों, होटल, रेस्टोरेंट, में लकड़ी व कोयला का उपयोग न हो और पेट्रोल पंप क्लीनर फ्यूल उपलब्ध करवाएं इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जाये। शहर में ई रिक्शा को प्रोत्साहित करने के लिये कहा।
ज्यादा ट्रैफिक वाली सड़कों के किनारे बनाया जायेगा ग्रीन बेल्ट
कलेक्टर सिंह ने ज्यादा ट्रैफिक वाली सड़कों जिनमें प्रमुख रूप से ढीमरापुर चौक से पतरापाली और कोतरा रोड की और जाने वाली सड़कों पर प्रमुखता से ये ग्रीन बेल्ट तैयार करने के लिये कहा और किनारे हरियाली प्रसार के लिये सर्वे कर कार्ययोजना बनाने के निर्देश पर्यावरण, पीडब्लूडी, नगर निगम और वन विभाग को दिए। उन्होंने ढिमरापुर चौक में भी प्रदूषण मापन के लिए मशीन लगाने के निर्देश दिए।