टूटी कलम रायगढ़—- पिछली मार्च से यह देखा जा रहा है कि जिला पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने समाजसेवा के मामले में सब संगठनों को मीलों पीछे छोड़ दिये है। रक्षा एक मास्क की,स्पंदन,संवेदना,जतनआदि के कार्यक्रम संचालित कर समाज के हर तबके से पुलिस को जोड़ने का प्रयास किया है ताकि आमजनता के दिलोदिमाग से खाखी का डर उतर जाये। रक्षा बंधन पर मास्क वितरण में वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम कर,लाकडाउन में प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन,पानी गंतव्य तक पहुचाने तक कि व्यवस्था,चरण पादुका देना,जिले भर में सूखा राशन,पका भोजन जरूरतमन्दों तक पहुँचवाने का कार्य,बाढ़ के समय पर कपड़े,बर्तन,तिरपाल,बांस,बल्ली,एस्बेस्टस सीट छाते,रेनकोट,टार्च, राशन,दूध,ब्रेड,बिस्किट, मिक्चर, फल आदि प्रभावितों तक पहुँचवाना, बड़े बुजुर्गों का ख्याल रखना,पारिवारिक सुलह करवाना आदि कार्य जिला पुलिस बल की पहली प्राथमिकता बना दी। कप्तान के आदेशों का पालन जिले भर के सभी थाना प्रभारी कर अपने कप्तान का मान रख मनोबल और ऊंचा करने में मददगार साबित हुए है।
टाइट पुलिसिंग में भी इनका कोई सानी नही है—-संतोष कुमार सिंह जितने ऊपर से सख्त है उतने ही अंदर से नरम एवं भावुक इंसान है। मान-मर्यादा,आदर्श,कानून-कायदों ,अनुशासन में ये कोई लापरवाही बर्दाश्त नही करते। अपराधियो की नाक में नकेल डालना कोई इनसे सीखे और आईपीएल के सटोरियों,कबाड़ियों,कोयला,लकड़ी,शराब के तस्करों से पूछे कि संतोष सिंह आईपीएस कैसे है। तब मालूम होगा कि समझौता करने से परहेज करने वाले कप्तान इन तत्वों को जेल भिजवाने में ही अपनी रुचि रखते है। जिले में पर्याप्त पुलिस बल न होने के बावजूद आमजन अपने आपको सुरक्षित महसूस करता है। कोरोना माहमारी के संक्रमण काल मे जब हर कोई अपने बचाव का रास्ता खोज कर घरों के भीतर है। तब पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह इलेवन टीम बेहतरीन क्षेत्र रक्षण करने में लगी हुई है।







