टूटी कलम रायगढ़—- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कई राज्यो के जिला क्लेक्टरों के सांथ वर्चुअल बैठक में प्रधानमंत्री ने गलती कर दी और मुंह से नेगेटिव की जगह पॉजिटिव निकल गया कि कि पॉजिटिव मरीजो की संख्या बढ़नी चाहिए। यह बात सोशल मीडिया पर इस तरह से पेश की जा रही है। मानो प्रधानमंत्री ने परमाणु विस्फोट कर दिया हो,नेताओ की जुबान फिसलना कोई नई बात नही है और न कोई मुद्दा बनाने लायक विषय है। वर्चुअल मीटिंग पर लोग दोनो कानो में शुद्ध सरसो का डालकर पूरा सर्विसिंग करवाये बैठे थे। कांग्रेसियों को तो नुक्स निकालकर मुद्दा बनाने का अवसर चाहिए जो कि दीर्घकालिक नही होता है।
इसी तरह से रायगढ़ के पूर्व एवं वर्तमान में जांजगीर-चांपा के कलेक्टर यशवंत कुमार को मूर्ख शिरोमणि करार देने के लिए वर्चुअल बैठक की वीडियो क्लिपिंग शेयर की जा रही है। जिसमे प्रधामनंत्री, कलेक्टर से इस तरह के सवाल कर रहे मानो क्लेक्टरों से आईएएस का इंटरव्यू ले रहे हो,यदि जांजगीर कलेक्टर प्रधानमंत्री को गोलमोल जवाब दे देते की हमारे जिले में 328 गांव ऐसे है जो कोरोना संक्रमण से मुक्त है तो इस बात की सत्यता प्रधानमंत्री कैसे वेरिफाई करते। मगर कलेक्टर यशवंत कुमार ने वही बोला जो उन्हें बोलना चाहिए था कि उन्हें इसकी जानकारी नही है।
किसी भी सामान्य व्यक्ति के असमान्य प्रश्न का जवाब न दे पाना प्रधानमंत्री के लिए भी आसंभव हो सकता है। इससे उनकी योग्यता पर प्रश्न नही उठाया जा सकता। यदि कलेक्टर अंग्रेजी में जवाब देते तो कितनो के पल्ले पड़ते।