
टूटी कलम समाचार रायगढ़—-सारंगढ़ क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत गुडे़ली में तीन ट्रांसपोर्टरों द्वारा गुडे़ली के भूमि खसरा नंबर 553 का एनओसी लेकर फ्लाई एस पाटने का काम किया जाना था, लेकिन इन तीनों ट्रांसपोर्टरों की करामात तो देखिए गुडे़ली में जहां फ्लाई एस डालना था वहां बिल्कुल भी फ्लाई एस नहीं डाली गई हैं । कंपनियों से लाखों टन फ्लाई एस निकालकर खेत,खलिहानों,तालाबों, नालों को पाट दिया गया है । वहीं जानकारों की माने तो जे.एस.डब्ल्यू से रायगढ़ होते हुए चपले रोड के आसपास सभी फ्लाई एस डाल दिया गया है । फ्लाई एस पाटने के लिए गुडे़ली का एनओसी भूमि खसरा नंबर 553 है परन्तु उक्त भूमि पर फ्लाई एस का नामोनिशान तक नहीं है । यहाँ दूसरा ट्रांसपोर्टर का भी कारनामा उजागर हो रहा है , जो एस.के.एस. , डीबी पावर और जे.एस.डब्ल्यू. नहरपाली से फ्लाई एस लाकर रोड में बिछा दिया गया है । इनके लिए यह कोई नई बात नहीं है , इनका जहां मर्जी लग रहा है वहां फ्लाई एस डाल दे रहे हैं और शासन प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है । ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे शासन – प्रशासन को इनमें कार्यवाही करना ही नहीं आ रहा है । रायगढ़ के प्रदूषण विभाग इन पर कार्यवाही करने के नाम पर डबल जीरो साबित हो रहा है । तरुण स्टोन ट्रांसपोर्टर द्वारा गुडे़ली में भूमि खसरा नंबर 553 में फ्लाई एस डालने का काम लिया गया था , लेकिन यह भी वही ट्रांसपोर्टर निकला जो अपनी जेब लाल करने में लगा रहता है । यह तो तिरुपति ट्रांसपोर्टर से भी गैर- गुजरा है । इस ट्रांसपोर्टर का एक भी फ्लाई एस इस खसरा नंबर 553 में नहीं आया है । कंपनियों से गुडे़ली के भूमि खसरा नंबर 553 के नाम से कई लाख टन फ्लाई एस उठाकर तरुण स्टोन ट्रांसपोर्टर मालामाल हो रहा है । कंपनी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है कि क्या करना है और क्या नहीं । अगर उद्योग वाले अपने स्टाफ को जहां फ्लाई एस खाली हो रहा है वहाँ भेजकर जाँच करवाये तो सच सामने आ जायेगा. लेकिन यहां तो अंधेरगर्दी मची हुई है. ट्रांसपोर्टर बेलगाम होकर मनमाने तरीके से कार्य कर रहे हैं और शासन प्रशासन भी मौन धारण करे बैठे हैं. जिसे देखकर लगता है कि इन ट्रांपोर्टरों ने कांग्रेस शासनकाल में लूट मचा रखी है. ट्रांसपोर्टरों ने समय काल परिस्थिति देखकर राजनीतिक पाला बदल लिया है। बड़े-बड़े मंत्रियों और विधायकों से मिलना जुलना है तो शासन प्रशासन भी इनकी क्या बिगाड़ सकते हैं । फ्लाई एस रोड में डालें या कहीं और जगह में इनकी कौन क्या कर लेगा । ऐसे ही करके फ्लाई एस को अपने दम पर कहीं भी गिरा कर शासन प्रशासन और यहां के जनता को परेशान कर रहे हैं , जहां मर्जी लगे वहां फ्लाई एस डाल दे रहे हैं ।शासन प्रशासन और कंपनियों को चूना लगाने में माहिर हैं तीन ट्रांसपोर्टर । एक ट्रांसपोर्टर तो तिरुपति रोड लाइंस रायगढ़ और दूसरा ट्रांसपोर्टर तरुण स्टोन है । तीसरा ट्रांसपोर्टर तो इन दोनों से भी धुरंधर है , जो शायद रायगढ़ विधायक का पड़ोसी है एवं मंत्री के आगे नतमस्तक होकर अपना उल्लू सीधा करने में माहिर है। जिसके विषय मे पूर्व में भी समाचार पत्रों एवं वेब पोर्टल न्यूज में खुल कर लिखा जाता रहा है। आगे देखते हैं क्या होता है, क्योंकि जब इस रसूखदार की क्रेशर भी घोर अनिमिता पाये जाने पर खनिज विभाग ने सील कर दिया था। चुके है। यूं तो खनिज विभाग में सहायक खनिज अधिकारी ए बारीक किसी की नहीं सुनते हैं । उन्होंने ही इनके क्रेशर को सील किया था । अब आगे देखते हैं इस फ्लाईएश मामले में पर्यावरण विभाग एवं रायगढ़ कलेक्टर संज्ञान लेते हैं या मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा ? यह भविष्य के गर्भ में छिपा है । तिरुपति रोड लाइंस की फ्लाई एस रायगढ़ जिंदल रोड में गिर रही है । इनका कोई एक ठिकाना नहीं है इनका फ्लाई एस गिराने का कई ठिकाना है । अगर इनकी गाड़ी को जहां पर फ्लाई एस डाल रहे हैं वहां जाकर प्रदूषण विभाग कार्यवाही करेगा तभी कुछ हो सकता है। जांजगीर जिले की फ्लाईएश रायगढ़ जिले के ब्लाकों को पटकी जा रही है एवं रायगढ़ जिले को प्रदूषित कर रहे हैं । ना इनको शासन का डर है ना प्रशासन का खौप । खास बात तो यह है कि जिला भाजपा भाजपा ये सब जानते हुए भी मूक बनी हुई है। जिस वजह से कहीं न कहीं आपसी रिश्तेदारी निकलने की चुगली कर रही है। लगता है कि कांग्रेस के सामने धनबल तो भाजपा के आड़े समाज आ रहा है। टूटी कलम समाचार