@टिल्लू शर्मा◾टूटी कलम◾डॉट कॉम◾प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने एक टूक में प्रदेश की पुलिस को चेतावनी दे दी है कि गांजे की एक पत्ती की भी आवक नही होनी चाहिये। उससे पहले ही नगर कोतवाल मनीष नागर ने 231 किलोग्राम गांजे की खेप को मय वाहन 2 आरोपियों को पकड़कर वाहवाही तो जरूर बंटोर ली परन्तु इतनी बड़ी खेप लाने और खपाने का दुस्साहस पिकअप का ड्राईवर एवं खलासी नही कर सकते और न ही इतनी बड़ी रकम को ब्लाइंड रूप से अवैध कार्य मे लगा सकते है। टूटी कलम
कल की कार्रवाई के तारतम्य में आज भी 2 लोगो को गिरफ्तार किया गया है एवं इनके द्वारा ऑन लाइन लाखो रुपयों का ट्रांजेक्शन किया गया बतलाया जा रहा है। जबकि बैंक की डिटेल पुलिस ने स्पष्ट नही की है। आज धराये युवकों की शक्ल सूरत कपड़े के पहनावे को देखकर नही लगता कि ये लोग करोड़पति गांजे के सौदागर हो सकते है और ये सारा कारोबार नेट बैंकिंग के मार्फ़त संचालित करते होंगे। टूटी कलम
गांजे के कारोबार के पीछे बड़े बड़े सफेदपोश लोगो का हाँथ होने से इंकार नही किया जा सकता। कोई न कोई जायसवाल, ठाकुर इस धंधे का सरगना पाया जाना चाहिए जो पुलिस की नाक के नीचे बैठकर अपने धंधे को बखूबी से संचालित करता होगा। नेट बैंकिंग के माध्यम से किन किन लोगों से रुपयों का लेनदेन किया गया है ? क्यों न उनके ऊपर पुलिसिया शिकंजा कस दिया जाए ताकि असली तस्कर का नाम जनता-जनार्दन भी जान सके। टूटी कलम
बेचने वाला भी उतना ही बड़ा कसूरवार होता है। जितना कुसूरवार खरीददार होता है। इसलिए इन आरोपियों के माध्यम से पूरा नेटवर्क ध्वस्त किया जा सकता है। ओड़िसा,झारखंड के गांजा सप्लायरों के बतलाने पर स्थानीय सप्लायर की गर्दन नापी जा सकती है।
ओड़िसा की सीमाओं पर लगाने होंगे सीसीटीवी एवं बनानी होगी पुलिस जांच चौकियां एवं जंगली मार्गो पर बीट गार्डों को गश्त करनी होगी तब कहीं जाकर गांजे की आवक पर नियंत्रण लग सकेगा। पुसौर,सरिया,बरमकेला,जामगांव, महापल्ली,संबलपुरी,कनकतुरा,सोहेला, पर चलने वाले सभी वहानो की सघन जांच पड़ताल करनी चाहिये। सायकल,मोटरसाइकिल तक को भी बगैर जांच के आगे नही निकलने देना चाहिए। टूटी कलम