चीन के वुहान से निकला कोरोना वायरस अब पूरी दुनिया के लिए खतरा बन चुका है। पूरे विश्व में डॉक्टर्स और साइंटिस्ट मिलकर इस जानलेवा बीमारी का इलाज खोजने में जुटे हैं। हालांकि इस दिशा में अभी तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है। साइंटिस्ट्स के लिए शोध का विषय यह भी है कि नोवल कोरोना वायरस आखिर किन—किन वस्तुओं पर और कितने समय तक जिंदा रह सकता है। इसको लेकर की गई एक स्टडी में कुछ परिणाम सामने आए हैं।
दरअसल, संयुक्त राज्य अमरीका में यूनिवर्सिटीज में विभिन्न लैब से जुड़े कुछ साइंटिस्ट्स ने अपने प्रयोगों में पाया कि कोरोना वायरस ( Severe Acute Respiratory Syndrome Coronavirus-2 ) हवा में तीन घंटों तक जीवित रह सकता है। हालांकि शुरुआत में कोरोना वायरस की संक्रमण करने की क्षमता कुछ कमजोर पाई गई थी। इसलिए ऐसा माना जाता था कि यह हवा में जिंदा रहकर लोगों को संक्रमित नहीं कर सकता। लेकिन अब अब ऐसा नहीं है।
कोरोना को लेकर की गई स्टडी में सामने आया है कि वायरस हवा में 3 घंटे तक जिंदा रह सकता है। स्टडी में कहा गया कि ” शोधकर्ताओं के प्रयोग के आधार पर SARS-CoV2 का वायरस हवा में मौजूद है। जिसकी वजह से कोई भी व्यक्ति हवा में मौजूद इस वायरस से संक्रमित हो सकता है।
इन वस्तुओं पर कितने दिन जिंदा रहता है वायरस—
- कागज पर 1 दिन
- प्लास्टिक पर 3 दिन
- स्टील पर 2 दिन
- तांबे पर 4 घंटे तक
द जर्नल ऑफ हॉस्पिटल इंफेक्शन की ओर किए एक सर्वे के अनुसार मेटल, पेपर, कांच, प्लास्टिक और लकड़ी की की वस्तुओं पर कोरोना वायरस 2 से 9 दिनों के तक जिंदा रह सकता है।