
✒️ टिल्लू शर्मा रायगढ़। लाइन शिफ्टिंग के दौरान हादसे में चार कर्मचारियों की मौत हो गई है। वहीं एक गंभीर है। जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना खरसिया के नेशनल हाइवे ग्राम चपले पर लगे टावर की है। कुछ दिनों से यहाँ पर टावर लाइन शिफ्टिंग का काम चल रहा था। आज भी पांच से छह मजदूर टावर खोलने का काम कर रहे थे। इस दौरान अचानक टावर गिर गया। इस हादसे में चार मजदूरों की मौत हो गई। जबकि एक मजदूर घायल है। जिसका इलाज अस्पताल में जारी है। टूटी
कलम

रायगढ़ जिले के खरसिया से लगे ग्राम सेन्द्रिपली में आज बिजली टॉवर पर काम कर रहे मजदूरों के साथ हुए हादसे में चार मजदूरों की मौत तथा एक दर्जन मजदूर घायल होने की जानकारी मिल रही है। यह घटना उस समय घटी जब वहां हजारों वोल्ट प्रवाहित टॉवर का काम छत्तीसगढ़ की निजी पावर कम्पनी करवा रही थी। टूटी कलम कर सूत्रों के अनुसार अचानक कार्य करने के दौरान टॉवर गिर गया, जिससे कुछ मजदूर लोहे के बड़े रॉड की चपेट में आ गए और घटना स्थल पर ही चार की मौत व एक दर्जन मजदूर गम्भीर रूप से घायल होने की जानकारी मिली है।

इस घटना के संबंध में विद्युत विभाग के एक अधिकारी ने पुष्टि करते हुए बताया कि इस घटना की जानकारी मिलने के बाद विभाग की तरफ से एक टीम वहां भेजी गई है और ये काम छत्तीसगढ़ विद्युत कम्पनी जो निजी ठेका का काम करती है, उनके मजदूरों के साथ ये घटना घटी है। सेन्द्रिपाली के पास विद्युत टावर में ठेकेदार के मजदूर काम करते टावर गिरने घायल मजदूरों को जिले के मेडिकल कॉलेज में भेज दिया गया है और मृतकों की जानकारी ली जा रही है। जिन मजदूरों के झुलसने की सूचना है उनके कुछ नाम गोविंद भुइयां, गोविंद पंडित, सुरेश रविदास, ईश्वरी दुरि, खेमलाल महतो, नेमचंद महतो है। टूटी कलम
मुख्यमंत्री ने रायगढ़ जिले में टावर लाइन शिफ्टिंग के दौरान हादसे में चार श्रमिकों की मृत्यु पर गहरा दुख प्रकट किया
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायगढ़ जिले में खरसिया के पास नेशनल हाइवे 49 में सेन्द्रिपाली में कोरबा-भुवनेश्वर पावर ग्रिड लाईन पर टावर शिफ्टिंग के दौरान हुए हादसे में चार श्रमिकों की मृत्यु पर गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। सीएम बघेल ने जिला प्रशासन रायगढ़ को मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने तथा हादसे में घायलों को बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इस हादसे में घायल श्रमिकों को जिला अस्पताल रायगढ़ में भर्ती कराया गया है। टूटी कलम
दोषियों पर गैर इरादतन हत्या का अपराध दर्ज कर मृतको के परिजनों को 50-50 लाख रुपये बतौर मुआवजा दिया जाना चाहिए सांथ ही विद्युत विभाग के अधिकारियों को बर्खास्त किया जाना चाहिये….हादसे का शिकार हुए मजदूरों के परिजनों को बतौर मुआवजा 50-50 लाख रुपये देने चाहिए साथ ही सम्बंधित ठेकेदार पर गैर इरादतन हत्या की कायमी की जानी चाहिए एवं सबसे बड़े दोषी विद्युत विभाग के अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए क्योंकि बगैर विद्युत विच्छेदन कर लाइन शिफ्टिंग का कार्य करवाया जा रहा था। उक्त तरह की लापरवाही कोई अनपढ़ गंवार भी नही करता। पहली गलती तो नेशनल हाइवे के निर्माण के समय ही पेटी कांट्रेक्टर ने कर दी थी कि हाई वोल्टेज विधुत टावर सड़क के बीचों बीच खड़े कर दिए थे। जिससे दुर्घटाओ ने जन्म लेना शुरू कर दिया था। तब रायगढ़ जिले के संवेदनशील कलेक्टर ने टावरों को सड़क से दूर स्थापित करने के आदेश दिए थे। जिस वजह से कार्य चल रहा था परंतु स्थल पर कोई भी जिम्मेवार ठेकेदार एव विद्युत विभाग के अधिकारी मौजूद नही होने के समाचार है। अतः सुरक्षा में हुई चूक की वजह से मजदूरों की जाने चली गई। टूटी कलम