✒️टिल्लू शर्मा टूटी कलम रायगढ़.…आज का दिन जिला भाजपा के लिए बैक फुट का दिन रहा…धरना स्थल आक्रमक रूप धारण करने से बच गया….पढ़िये पूरी खबर वीडियो एवँ फोटो के साथ….

इन दिनों लोगो के आकर्षण का केंद्र बन चुके अम्बेडकर चौक रोजाना की होने वाली गतिविधियो को लेकर प्रतिदिन सुर्खियों में है। जिसका कारण राजस्व विभाग में अमरबेल की तरह फलफूल रहे भ्र्ष्टाचार के विरोध में अधिवक्ता संघ के द्वारा किये जा रहे धरना प्रदर्शन है। टूटी कलम
भाजपा मौके का फायदा उठाने अवसर तलाशने में जुटी….चूंकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। इसलिए भाजपा वकीलों के समर्थन की आड़ में अधिकारियों को निशाना कर सरकार को साधने में लग गई है। एक के बाद एक भाजपा नेता धरना स्थल पर पहुंचकर कंधे से कंधा मिलाकर चलने के जुमलेबाजी में जुटे हुए है। धरना स्थल को भाजपा समर्थित एडवोकेट, पत्रकारों ने राजनीति का मंच बनाने में ही ऊर्जा व्यर्थ की जा रही है। टूटी कलम
मुद्दे से भटकाने में जुटी भाजपा..भ्र्ष्टाचार के मुद्दे को लेकर चलाये जा रहे वकीलों के धरना को समर्थन देने जुलूस की शक्ल में भाजपाई जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल के नेतृत्व में अम्बेडकर चौक पहुंचे। जहां पर वकीलों की उपस्थिति देखकर मानो उमेश बौखला से गये और भ्र्ष्टाचार मुर्दाबाद, हाय हाय के स्थान पर भूपेश बघेल मुर्दाबाद, हाय हाय के नारे लगवाने लग गए। काफी देकर सहन करने के बाद जिले के सबसे वरिष्ठ एडवोकेट आई पी शर्मा (इंद्र प्रसाद शर्मा) ने कहा कि वकीलों के द्वारा चलाये जा रहे भ्र्ष्टाचार के खिलाफ आंदोलन को वे राजनीतिक रूप न दे। अधिवक्ता संघ अपनी लड़ाई लड़ने में पूर्ण सक्षम है। इंद्र शर्मा के इस कथन का उपस्थित वकीलों ने करतल ध्वनि से स्वागत भी किया। अधिवक्ता संघ के जिलाध्यक्ष जो कि जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी भी है। खुलकर मुस्कुराते नजर आये। टूटी कलम

वरिष्ठ अधिवक्ता इंद्र शर्मा को उमेश अग्रवाल के द्वारा अंगुलिया दिखलाकर बहस कर नागवार गुजरा उमेश अग्रवाल इंद्र शर्मा का समर्थन होते देख अपना आपा खो बैठे एवँ इतने आक्रमक होते हुए अपने स्थान से उठे मानो वे हाथापाई करने को तैयार है परन्तु ब्राम्हण खून इंद्र शर्मा इस तरह के हथकंडों से विचलित होने इंसान नही है। यह तो संयोग ही कहा जाना चाहिए कि उस समय जिला भाजपा के कद्दावर नेता एवं वकील आशीष ताम्रकार उपस्थित थे। जिन्होंने अपने जिलाध्यक्ष को समझाते हुए बात को संभाल ली अन्यथा कल भाजपाइयों एवँ अधिवक्ताओ के बीच जूतम पैजार होने की सम्भावनाओ से इंकार नही किया जा सकता था। टूटी कलम



अधिवक्ता संघ के दो घड़े में टूटने के आसार बढ़े…. उक्त घटनाक्रम होने एवँ भाजपा के द्वारा निरंतर अधिवक्ता संघ में की जा रही सेंध मारी,हस्तक्षेप की वजह से संघ के दो फाड़ होने की संभावना दिनों दिन बलवती होते जा रही क्योंकि संघ का एक घड़ा वकील होने के साथ पत्रकार भी है। जो भाजपा एवँ आर एस एस से सम्बंधित है। जबकि कई वरिष्ठ अधिवक्ता कांग्रेसी होने के साथ ही कमेटी के पदाधिकारी भी है। जिस कारण से संभावना यह है कि वकीलों का उक्त आंदोलन भाजपा का आंदोलन कहा जाना न लग जाये. टूटी कलम








