✒️ टिल्लू शर्मा टूटी कलम रायगढ़…..गत दिनों नगर पालिका निगम महापौर कार्यालय में शहर की दम तोड़ रही सड़को के रख रखाव,मरम्मत सम्बंधित बैठक हुई थी। जिस पर निर्णय लिया गया कि शहर के सभी दिशाओं में बने टूटे फूटे डिवाइडरों को पेंट आदि करवा दिया जाये, भले ही अव्यवस्थित तरीके से बने डिवाईडर टूटे फूटे ही क्यो न हो । साथ ही होटल जोहेल पैलेस से सेठ किरोड़ीमल चौक तक कि सड़क जिसे जिन्दलकर्मी ओ पी जिंदल मार्ग के नाम से प्रसारित करते है। जबकि यह सड़क घरघोड़ा रोड़ के नाम से जानी पहचानी जाती है।इसके रख रखाव बनवाने का भार जिंदल उद्योग के मत्थे मड़ कर निगम प्रशासन ने अपना पिंड छुड़ा लिया। बतलाया जा रहा है कि बैठक में जिंदल के कर्मियों को भी बुलाया गया था। जिन्होंने सड़क के रख रखाव की सहमति दे दी। अब प्रश्न यहां खड़ा होता है कि बैठक में उपस्थित दो व्यक्तियों के द्वारा सहमति दे देने पर क्या जिंदल प्रबंधन लाखो रुपये खर्च कर इस मार्ग का रख रखाव कर देगा या फिर बैठक में दिखावे के लिए केवल प्यादे ही भेजे गए थे। जिनका कार्य केवल हाँ में हाँ मिलाना और सहमति दे देना ही होता है। टूटी कलम
शहर में शायद ही कोई ऐसी सड़क होगी। जिसे सड़क कहा जा सके….यह विचित्र तरीका है भ्र्ष्टाचार करने का की सड़कों के डामरीकरण से पूर्व ही टूटे फूटे, बेरंग हो चुके डिवाइडरों की लीपापोती कर कार्य करते दिखलाने का जिसमे लाखो रुपयो के होने वाले भ्र्ष्टाचार की भीनी भीनी गंध आ रही है। अमृत नल जल योजना,मोबाईल ऑप्टिकल फाइबर,फूटी पाईप लाइनों को सुधारने के नाम पर नवनिर्मित सड़के बगैर अनुमति के बगैर क्षतिपूर्ति दिए मनचाहे मनमाने रूप में खोदकर बगैर गढ्ढो की फिलिंग किये छोड़ दिया जाना किस हद तक सही है। टूटी कलम
स्वच्छता रैंकिंग में नम्बर बढ़ाने की चाह में कई जा रही है धन की बर्बादी…सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टूटे फूटे डिवाइडरों पर बगैर धूल,मिट्टी साफ किये बिरला व्हाईट कलर चढ़ाकर काली,पीली पट्टियों को पोता जा रहा है। जो चमकहीन तो है ही और एक माह के बाद ही ये अपने पुराने रूप में आ जायेगी। सड़को पर बड़े बड़े गढ्ढे ,किनारों पर जमा सडांधयुक्त पानी दिखलाई पड़ने पर क्या रायगढ़ नगर को रैंकिंग में स्थान दिया जाना न्यायसंगत होगा। टूटी कलम







भाजपा के द्वारा शहर सरकार का घेराव तय है...25 तारीख को निगम की सामान्य सभा की बैठक में प्रमुखता से उठाया जायेगा धन की इस तरह से बर्बादी करने एवं जिंदल उद्योग पर बकाया करोड़ो ₹ संपत्तिकर वसूलने में कोताही बरतने का मुद्दा एवँ बड़पारा देशी शराब भठ्ठी के नाम पर वार्ड क्रमांक 18 में संचालित हो रहे ठेके को बड़पारा में ही संचालित करने का मुद्दा,निगम की दुकानो की वसूली रोकने व्यवसाइयों को अभयदान देने,संजय काम्प्लेक्स के निर्माण में विलंब,विद्युत शवदाहगृह का निर्माण, आक्सीजोन के नाम पर किये गए गड़बड़ियों आदि पर शहर सरकार का घेराव तय है। टूटी कलम