🔭 टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ अभी कुछ दिनों पहले की बात है की बंगुरसिया के जंगल में एक भैंसा बेतहाशा मरे जिए भागा जा रहा था। एक स्थान पर उसकी मुलाकात जंगल के राजा शेर से हो गई तो शेर ने उसको रुकवा कर पूछा की क्या आफत आ गई है जो तुम इस तरह भागे जा रहे हो। भैसा ने हाथ जोड़ते हुए कहा कि महाराज छत्तीसगढ़ की पुलिस जंगल में हाथी को पकड़ने आई हुई है। तब शेर ने कहा कि पुलिस हाथी को पकड़ने आई है तो तुम काहे भागे जा रहे हो तब भैंसा ने कहा की यदि पुलिस वाले मुझे पकड़कर ले जाएंगे तो मुझे अपने आपको भैसा साबित करने में पूरा जीवन लग जाएगा। इसलिए मरता क्या न करता पुलिस वाले से पिंड छुड़ाने के लिए किसी दूसरे राज्य के जंगल में पनाह लेने जा रहा हूं। भैसा की बात से सहमत होते हुए शेर भी भैसा के साथ भागने लगा भैंसा और शेर को भागते देख दूसरे जानवर भी उनकी बात सुनकर सहमत होते हुए उनके साथ भागने लगे। जब जंगल के सारे जानवर भागते भागते जंगल के अंतिम छोर पर पहुंचे तब उन्हें वहां हाथी इत्मीनान से विचरण करते मिला। हाथी ने सारे जानवरों को रोककर उनके भागे जाने का कारण पूछा तो सभी ने बताया कि छत्तीसगढ़ की पुलिस आप को पकड़ने के लिए जंगल आई हुई है। मगर वह हमको हांथी समझकर पकड़ कर ना ले जाएं इसलिए हम आगे जा रहे हैं। इसलिए आपसे विनती है कि आप ही हमारे साथ भाग चलिए। उनकी बात सुनकर हाथी ने जोरदार हंसते हुए कहा कि उसका कुछ भी बिगड़ने वाला नहीं है क्योंकि उसकी सेटिंग पुलिस से पहले ही हो चुकी है। इसलिए उसे भागने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि पुलिस से उसने अपने आप को भैसा बता दिया जा चुका है और पुलिस वालों ने सभी को सूचित कर दिया है कि जो भी लंबा, चौड़ा, ऊंचा, भारी, भरकम जानवर दिखेगा उसे मत पकड़ना क्योंकि वह हाथी नहीं है भैसा है। तब जानवरों ने एकमत होकर पूछा कि आपने यह कमाल कैसे कर डाला। तब भैंसा ने बतलाया की जब पुलिस वाले उसके पास आए थे। तब वह बैठी हुई अवस्था में था और अपने आप को भैसा बतला दिया और उनको केला,आम,धान,गेहूं, आदि दे दिया।जिससे संतुष्ट होकर पुलिस वाले आगे बढ़ गए।
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