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रायगढ़। नगर निगम के अतिक्रमण निवारण टीम व पुलिस बल द्वारा सोमवार की शाम रामनिवास टॉकीज से लेकर गड्डी चौक तक सड़क के दोनों किनारे अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की गई। इस दौरान मुख्य सड़क पर स्थित व्यवसायियों द्वारा सड़क पर निकाले गए 47 से ज्यादा बड़े सामानों की जब्ती की गई।
रामनिवास टॉकीज से लेकर सुभाष चौक और गद्दी चौक तक सड़क के दोनों ओर के व्यवसायियों द्वारा अपने व्यवसायिक संस्थानों के सामने निर्मित नाला और सड़कों पर रखकर सामानों की बिक्री की जा रही थी। इससे सड़क सकरी होने के कारण आवागमन बाधित होने और यातायात बाधित होने के साथ जाम की स्थिति हर रोज बन रही थी। इस पर निगम कमिश्नर संबित मिश्रा ने निगम के अतिक्रमण निवारण दस्ता टीम को अतिक्रमण पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। निर्देश के तहत अतिक्रमण निवारण टीम द्वारा शाम 4:00 बजे से कार्रवाई शुरू की गई। सबसे पहले संजय मार्केट से रामनिवास चौक तक सड़क की दोनों ओर नाला एवं सड़क पर बिक्री के लिए निकाले गए सामानों की जब्ती की गई। इसके बाद वापस रामनिवास टॉकीज से सुभाष चौक और गद्दी चौक तक नाला एवं सड़क पर अतिक्रमण कर सामानों की बिक्री करने वाले व्यवसायिक संस्थानों के खिलाफ सड़क एवं नालों पर के ऊपर रखे सामानों की जब्ती की गई। इस दौरान रामनिवास टॉकीज चौक से गद्दी चौक तक सड़क किनारे के व्यवसाय को सड़क एवं नाला के ऊपर सामानों को रखकर बिक्री करते पाए जाने पर पुनः जब्ती करने और बड़ी जुर्माना कार्रवाई करने की हिदायत दी गई। अतिक्रमण कार्रवाई के दौरान पांच कूलर, एक फ्रिज, पांच होर्डिंग्स, एक साइकिल, 13 बाल्टी, दो कुकर, एक मिक्सी, एक बैग, दो लोहा जाली, एक रस्सी बंडल, चार बोरी जूता चप्पल, एक पंखा, एक एग्जास्ट फैन, एक सिंटेक्स टंकी, दो पाइप बंडल, एक लोहा टेबल, एक तखत, दो लोहा काउंटर एवं एक ठेला की जब्ती सहित कुल 47 सामानों की जब्ती की गई। कार्रवाई के दौरान अतिक्रमण निवारण टीम के सभी सदस्य पुलिस सहित उपस्थित थे।

ज्ञात रहे कि उक्त मार्ग से जिले के सभी आला अधिकारियों ,जनप्रतिनिधियों के वाहनों के अतिरिक्त निगम कमिश्नर संबित मिश्रा, निगम महापौर जानकी काटजू, निगम कर्मचारियों का आना जाना निरंतर लगा रहता है। फुटपाथ व्यवसायियों के द्वारा 40 फुट की सड़क पर 15 फुट तक कब्जा करके 25 फीट की सड़क बना दी जाती है जिस वजह से संध्या 6:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक लंबे जाम की स्थिति बनी रहती है। इस जाम में एंबुलेंस अधिकारियों के वाहन फंस जाते हैं। साथ ही दुकानदारों के द्वारा भी अपने सामान ,बोर्ड आदि रखकर यातायात व्यवस्था को चौपट कर दिया जाता है।

चप्पल, कपड़े, फल, आदि के व्यवसायियों ने पुराना शनि मंदिर से लेकर संजय कांपलेक्स के प्रवेश द्वार तक अवैध अतिक्रमण कर यातायात का जनाजा निकाल रखा है। जबकि उक्त स्थल दुपहिया वाहन के लिए चीना अंकित किया जा चुका है बावजूद इसके नगर निगम के द्वारा पार्किंग बनाने की कोई शुरुआत नहीं की गई है जिस वजह से अतिक्रमणकारियों को लाभ मिल जाता है। कमाल की बात यह भी है कि फुटपाथ व्यवसायियों के द्वारा बिजली खंभे से डायरेक्ट विद्युत तार के द्वारा बिजली का इस्तेमाल मुफ्त में किया जाता है।
विडंबना यह है कि नगर निगम के कर्मचारी स्थानीय होने की वजह से अपने चहेतो के अतिक्रमण को नजर अंदाज करते हुए आगे बढ़ जाया करते हैं। इसलिए सुबह हटाया गया अतिक्रमण शाम को एवं शाम को हटाया गया अतिक्रमण रात को पुनः पैर पसार लेते हैं। नगर निगम को चाहिए कि सामान जगती जब्ती करने के साथ ही मोटा जुर्माना वसूला जाना चाहिए। पहली बार किए गए जुर्माने की रकम हर बार दोगुने रूप में वसूलना चाहिए ताकि अतिक्रमण करने वाले सकते में रहे।