0 शिविर पहुंचे सभी जनप्रतिनिधियों का होगा कोरोना टेस्ट
0 अधिकारियों का भी कराया जाएगा कोरोना टेस्ट
चिरचारी शिविर में ठहराए गए एक श्रमिक के पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि शिविर में प्रदेश और जिले के जितने भी जनप्रतिनिधि निरीक्षण करने या श्रमिकों से मुलाकात करने पहुंचे थे, उन सभी का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने उन जनप्रतिनिधियों की सूची तैयार करनी शुरू कर दी है जो बड़ी संख्या में चिरचारी शिविर में शामिल हुए थे । एक जानकारी के अनुसार कांग्रेस से छोटे से लेकर प्रदेश स्तर के पदाधिकारी जिसमें क्षेत्रीय विधायक भी शामिल थे। शिविर में शामिल होकर मजदूरों से हालचाल जाना था एवं उनके भोजन व्यवस्था का भी निरीक्षण किया था। कांग्रेस के अलावा भाजपा के कई पदाधिकारी भी अलग-अलग दिनों में चिरचारी शिविर पहुंचकर श्रमिकों से मुलाकात की थी। अब प्रशासन के लिए यह सरदर्द हो गया है कि पहले से ही यहां 700 श्रमिक ठहराए गए थे, जिनकी सूची तैयार करना बड़ी चुनौती है। उन श्रमिकों के अलावा अब जनप्रतिनिधियों की संख्या भी सैकड़ों में हैं, जो अलग-अलग दिनों में राहत शिविर में शामिल हुए थे । प्रशासन के इस निर्णय से की सभी कोरोना टेस्ट किया जाएगा, खलबली मची हुई है। अब प्रशासन पूरी मेहनत के साथ जनप्रतिनिधियों की नामजद सूची तैयार करने में जुट गया है। समझा जा रहा है कि दो-तीन दिन के भीतर सभी जनप्रतिनिधियों का टेस्ट कराया जाएगा। मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करने वाले जनप्रतिनिधियों की भी सूची तैयार की जा रही है ताकि उनका भी कोरोना टेस्ट कराया जा सके।
कई प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल
राहत शिविर की देखरेख के लिए स्थानीय स्तर पर कई प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। उनका भी कोरोना टेस्ट कराए जाने की तैयारी है । पुलिस कर्मचारी और अफसर भी ड्यूटी पर थे, वन विभाग के कुछ कर्मचारी भी ड्यूटी में शामिल थे । अब इन सबका कोरोना टेस्ट होगा । हालांकि पुलिस ने पहले से ही ड्यूटी कर रहे अपने कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराने का निर्णय लिया है।
मीडिया कर्मी भी गए थे कवरेज के लिए
चिरचारी शिविर में बड़ी संख्या में राजनांदगांव एवं आसपास क्षेत्र के मीडिया कर्मी बड़ी संख्या में चिरचारी शिविर पहुंचे थे और वहां का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट तैयार की थी। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से बड़ी संख्या में रिपोर्टर कैमरामैन सहित कईयों ने लाइव रिपोर्टिंग की थी वे भी कोरोना वायरस के जांच के दायरे में आ सकते हैं।