🎤 टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ हमने पिछले माह ही यह घोषणा कर दी थी कि कांग्रेस से इस्तीफा देकर किसान कांग्रेस के नेता लल्लू सिंह के द्वारा आम आदमी पार्टी का दामन थामा जा सकता है। जो आज सत्य साबित हुआ। लल्लू सिंह ने कांग्रेस पार्टी की की गई 43 साल सेवा पानी फेर लिया है। भविष्य में लल्लू सिंह के लिए कांग्रेश पार्टी के दरवाजे सदैव के लिए बंद होना समझा जा सकता है। राजनीति के चतुर सुजान मंजे हुए खिलाड़ी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जब प्रदेश के कद्दावर नेता, 10 जनपथ के खासम खास, पूर्व मुख्यमंत्री, स्वर्गीय अजीत जोगी को आखरी सांस तक कांग्रेश पार्टी में पुनः प्रवेश नहीं करने दिया गया तो फिर लल्लू सिंह की क्या बिसात है।
आम आदमी पार्टी का कोई वजूद नहीं है प्रदेश में भले ही आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के बाद पंजाब में सरकार बना ली है किंतु उसका कोई भी प्रभाव छत्तीसगढ़ राज्य में देखने को नहीं मिल रहा है। कयास यह लगाए जा रहे हैं कि आगामी 4 माह के अंदर होने वाले प्रदेश के विधानसभा चुनाव में आम आदमी की पार्टी को एक विधानसभा सीट की जीत के लिए भी लाले पड़ सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का यह मानना है कि प्रदेश में भूपेश बघेल की सरकार पुनः आ रही है और पिछले बार से ज्यादा सीटें जीत कर भूपेश बघेल फिर से साढ़े 4 साल के लिए मुख्यमंत्री बने रहेंगे। सन 2028 के चुनाव से पहले एक बार फिर से टी एस बाबा को उपमुख्यमंत्री का पद दे दिया जाएगा।
लल्लू सिंह हो सकते हैं आम आदमी पार्टी से विधायक का चेहरा आम आदमी पार्टी के द्वारा प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रदेश की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करने की बातें सामने आ रही है इसलिए यह कयास लगाया जा रहा है कि किसान नेता लल्लू सिंह को झाड़ू थमाकर चुनाव लड़वाया जा सकता है। टिकट मिलने के पश्चात लल्लू जी का यह प्रयास होगा की पंजाब के मुख्यमंत्री भागवत मान को नेतनगर,झलमला,मिडमिडा, डूमरमूडा, बड़माल, गढ़ूमरिया, पुसौर के क्षेत्र में दौरा करवाकर सिक्ख वोटरों पर सेंध लगाई जा सके। हो सकता है कि भागवत मान रायगढ़ के गुरुद्वारे में आकर सिक्ख समाज से लल्लू सिंह पक्ष में मतदान करने की अपील कर दे। मगर यदि स्वयं अरविंद केजरीवाल भी छत्तीसगढ़ का दौरा करें तब भी आम आदमी पार्टी को छत्तीसगढ़ में एक भी विधानसभा सीट पर चुनाव जीतना संभव नहीं होगा। आम आदमी पार्टी प्रत्येक विधानसभा में तीसरे और चौथे नंबर के लिए संघर्ष करती नजर आएगी।
लल्लू सिंह आप में प्रवेश से कांग्रेस को राहत मिली सबसे बड़ी राहत कांग्रेस को मिली है की लल्लू सिंह ने झाड़ू थाम कर कांग्रेस पार्टी से किनारा कर लिया है। इसलिए चुनाव के समय उनके द्वारा भितरघात करने की संभावना खत्म हो चुकी है। अब खुल्लम खुल्ला घात किया जाएगा। जिस से निपटने के लिए कांग्रेस संगठन मजबूती से कार्य करेगा। वैसे लल्लू सिंह के आप में प्रवेश करने से कांग्रेस को बहुत ज्यादा नुकसान नहीं होगा। पिछले 1 साल से लल्लू सिंह कांग्रेस विधायक प्रकाश नायक, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल के विरोध में अपने स्वर बुलंद कर रहे थे किंतु उन को समझाने का प्रयास ना कांग्रेस ने किया, न विधायक ने किया, और ना ही मंत्री ने किया। शायद इसका कारण पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उतने वोट ना पा सकी थी। जीतने की उम्मीद विधायक प्रकाश नायक एवं उमेश पटेल के द्वारा की जा रही थी।








