🎤 टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ रायगढ़ शहर में रुक-रुक कर बरसात हो रही है। जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। सब्जी मंडी का हाल बेहाल हो चुका है। सड़कों पर पानी ही पानी नजर आ रहा है। बंद पड़ी नालियों के ऊपर से पानी ओवरफ्लो हो रहा है। लोग छतरी एवं बरसाती का सहारा लेकर निकल रहे हैं। चारों ओर कीचड़ ही कीचड़ नजर आ रहा है। किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। शहर के दुकानदार ग्राहकों के इंतजार में मक्खियां भगा रहे है। बारिश की आशंका को लेकर लोग अपने-अपने घरों से कम ही निकल रहे हैं।बरसात के दिनों में जनता मक्खियों एवं मच्छरों से परेशान हो जाया करते हैं। इन दिनों मच्छर भगाओ मच्छर मारो के उत्पाद की बिक्री जोर पकड़ लेती है। मौसम बदलने से डॉक्टरों की क्लिनिको अस्पतालों में मरीजों की भीड़ देखी जाने लगी है। बिजली परेशानी का सबब बन चुकी है। जब मर्जी तब बिजली गुल कर दी जाती है जो कई घंटों तक वापस नहीं आती है। बरसात की वजह से निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सरकारी स्कूलों की छत टपक रही है ऐसे में बच्चे पढ़ने के लिए मजबूर हैं। जिन घरों, दुकानों में इनवर्टर लगा हुआ है वे ज्यादा परेशानी का सामना कर रहे हैं क्योंकि बिजली ना होने की वजह से इनवर्टर चार्जिंग नहीं हो पा रहा है। सब्जी के भाव आसमान छू रहे हैं जिस वजह से किचन का जायका खराब हो रहा है। सावन माह होने की वजह से चिकन, मटन, मछली की बिक्री में भारी गिरावट देखी जा रही है एवं शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। दो सावन होने के कारण इस बार दीपावली का त्यौहार नवंबर माह में मनाया जा सकेगा। सभी त्योहार एक महा आगे बढ़ गए हैं। मवेशियों की वजह से सड़कों पर चलना दुभर हो गया है रात के समय मवेशी शहर की सभी सड़कों में बैठे देखे जा सकते हैं। इस वजह से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। बारिश के दिनों में धूप ना निकलने की वजह से कपड़े नहीं सूखते हैं इसलिए एक ही कपड़े को 3- 4 दिन पहनने पड़ते हैं. बरसात के दिनों में सर्पदंश एवं बिच्छू दंश का भय बना रहता है। चिकित्सा विभाग को चाहिए कि आकस्मिक दवाई भरपूर मात्रा में उपलब्ध रखें। बारिश रुकने के बाद धूप निकलने पर उल्टी दस्त के मरीजों की भीड़ अस्पतालों में देखी जा सकती है। इन दिनों मीना बाजार एवं चक्रधर समारोह को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। जहां मीना बाजार को हाईकोर्ट के आदेश का इंतजार है। वही चक्रधर समारोह को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की हरी झंडी की आस नही है। अगर कोई चक्रधर समारोह व्यक्तिगत रूप से करवाना जाए चाहे तो उसके लिए म्युनिसिपल हाई स्कूल का मैदान ना देकर निगम का ऑडिटोरियम दिया जा सकता है.









