🎤टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम रायगढ़ विगत दिनों भाजपा पार्षदों के द्वारा रायगढ़ महापौर जानकी काटजू के कार्यों,व्यवहार से असंतुष्ट होते हुए। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के समक्ष अविश्वास प्रस्ताव जाहिर की आ गया था। यहां पर यह बतलाना उचित है कि वर्तमान में कांग्रेस के पास 26 पार्षद है तो वहीं भाजपा के पास 22 पार्षद थे। एक पार्षद की मृत्यु हो जाने के पश्चात यह संख्या 21 की हो गई। अविश्वास प्रस्ताव के लिए 24 पार्षदों की सहमति आवश्यक होती है। जहां तक लगता है की महापौर की कार्यशैली,रूखे,मनमाने व्यवहार से नाराज, रुष्ट, खिन्न,कुपित कई कांग्रेसी पार्षदों का समर्थन भाजपा के द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को मिल सकता है।

पिछले दिनों एमआईसी सदस्य संजय देवांगन ने नगर सरकार के मंत्री परिषद से इस्तीफा देते हुए महापौर जानकी काटजू के प्रति आक्रोश व्यक्त किया गया था। संजय देवांगन के द्वारा महापौर के विरुद्ध में लाबिंग कर कुछ कांग्रेसी पार्षदों को अविश्वास प्रस्ताव पर सहमति देने हेतु राजी कर लिए गए होंगे। इसलिए राजनीति के चाणक्यों का मानना है कि अविश्वास प्रस्ताव बहुमत के साथ पारित हो जाएगा।
जिला कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग करने का दिन 15 सितंबर तय कर दिया गया है। 15 सितंबर को सुबह 11:00 बजे कलेक्ट्रेट के सृजन कक्ष में और जानकी काटजू की किस्मत का फैसला हो जाएगा। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जहां भाजपा खेमे में खुशियां है तो वही जानकी काटजू के सिपसलारो की बेचैनियां बढ़ गई है। उनके द्वारा कांग्रेस के सभी 26 पार्षदों के मन को टटोलने एवम प्रलोभन देकर एकजुटता रखने के प्रयास शुरू कर दिए है। हो सकता है कि कांग्रेसी पार्षदों को सैर सपाटे,तफरीह, तीन सितारा, पांच सितारा होटलो में विश्राम करने, गिफ्ट,नगदी,के लिए महापौर के द्वारा तिजोरी खोली जा सकती है और हवाई यात्रा के माध्यम से अज्ञात स्थान पर सुरक्षित भेजा जा सकता है एवं वोटिंग के समय सीधे कलेक्टर के सृजन कक्ष में उपस्थित कर अपनी गद्दी बचाने के लिए काफी मशक्कत की जा सकती है। अविश्वास प्रस्ताव लाने से कांग्रेसी पार्षदों की बल्ले बल्ले हो सकती है।