
रायगढ़ जिले का बहुचर्चित, विश्वसनीय,लोकप्रिय,दमदार,पाठको की पसंद, छत्तीसगढ़ स्तर पर जाना पहचाना न्यूज वेब पोर्टल,**टूटी कलम** निडर,निष्पक्ष, निर्भीक, बेबाक,बेखौफ, पत्रकारिता करना मेरा शौक है,जुनून है,आदत है,दिनचर्या है, मजबूरी है,कमजोरी है, 👉..ना कि आय का साधन है,व्यवसाय है,पेट भरने का जुगाड़ है,और ना ही ..👉 डराने,धमकाने, ब्लैकमेलिंग,उगाही,वसुली,भयादोहन, विज्ञापन,लेने का लाइसेंस मिला हुआ है. संपादक माता सरस्वती का उपासक, कलम का मास्टरमाइंड,बेदाग छवि की पहचान, सच को उजागर करने वाला,लेखक विश्लेषक,चिंतक,विचारक,व्यंगकार, स्तंभकार, हर जगह दिखावे के लिए माइक आईडी लेकर नहीं घूमने वाला @यारों का यार दुश्मनो का दुश्मन@ *चंद्रकांत (टिल्लू) शर्मा 8319293002
🏹टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤न्यूज रायगढ़ छत्तीसगढ़…. राष्ट्रीय स्तर की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस में प्रत्याशी चयन को लेकर जगह-जगह विरोध का सामना करना पड़ रहा है. कांग्रेस में रहकर अपना पेट पालने वाले लोग कांग्रेस छोड़कर भागे जा रहे हैं. शायद उन्हें यह नहीं मालूम होगा की राजनीति में कब क्या हो जाता है इसको कोई नहीं जानता है. ऑटो चलाने वाला मुख्यमंत्री बन जाता है और उद्योगपति की जमानत जप्त हो जाती है. जो लोग कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं वह अपनी नाव स्वयं डूबा रहे हैं क्योंकि ऐसा नहीं है कि केंद्र एवं प्रदेश में आजीवन कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाएगी. जिस दिन केंद्र एवं राज्य में कांग्रेस की सरकार आ जाएगी उस दिन भगोरों को आत्मग्लानि होगी और वे पुनः कांग्रेस में शामिल होना चाहेंगे परंतु पार्टी के रास्ते उनके लिए सदैव के लिए बंद कर दिए जाएंगे.
कांग्रेस में प्रत्याशी चयन को लेकर जगह-जगह गहन असंतोष उभरता नजर आ रहा है परंतु पार्टी ने जो भी फैसला लिया होगा सोच समझ कर लिया होगा. केंद्र में बैठकर राजनीति करने वाले मंदबुद्धि, गंवार,अनपढ़, नहीं होते हैं उन्हें प्रत्येक विधानसभा लोकसभा की खुफिया रिपोर्ट प्राप्त होते रहती है. इसलिए सारे फैसले सारे निर्णय खुफिया रिपोर्ट के आधार पर लिए जाते हैं. ऊपर बैठे नेताओं को अपनी सरकार लाने की चिंता रहती है. करोड़ और वह रुपए खर्च कर कौन सी पार्टी चाहेगी कि उनके प्रत्याशी चुनाव हार जाए. जिस तरह से अभी छत्तीसगढ़ में माहौल चल रहा है वह सब सत्ता न रहने की वजह से चल रहा है यदि आज प्रदेश में भूपेश बघेल की सरकार होती तो विरोध करने वाला एक भी व्यक्ति सामने नहीं आता. अभी भूपेश बघेल टिकट बंटवारे को लेकर शांत बैठे हुए हैं एवं कांग्रेस छोड़कर भागने वालों विरोध करने वालों की सूची तैयार करवाने में लगे हुए हैं. समय आने पर सब का हिसाब किताब बराबर कर दिया जाएगा. यही कथन राहुल गांधी का भी है कि आखिर कब तक हमारी सरकार नहीं आएगी और जिस दिन हमारी सरकार केंद्र में आ जाएगी तो उसे दिन बताया जाएगा कि कानून क्या होता है ? करवाई क्या होती है ? ED क्या होती है ? IT क्या होती है ? सुप्रीम कोर्ट क्या होती है ? निर्वाचन आयोग क्या होता है.
प्रत्याशी चयन के विरोध को लेकर रायगढ़ में भी असंतुष्ट कांग्रेसियों के द्वारा खेल-खेल दिया गया है. जिन्होंने सर्वाधिक समाज का सहारा लेकर प्रत्याशी बदलने की बात कहते हुए. लिखा गया है कि उनके द्वारा मेनका का समर्थन करने पर स्वयं को असहज महसूस कर रहे है. उनके पति बहुत सयाने ब्राह्मण है. जिसने अपना फायदा देखते हुए.उस समय की आदिवासी युवती मेनका सिंह से विवाह रचाया था. मनुष्य का धर्म बदली हो सकता है परंतु जाती आजीवन नहीं बदल सकती. इसलिए मेनका आदिवासी जाति की है. मगर सर्व आदिवासी समाज वाले उनका समर्थन करने में असमर्थ हैं.
