🔥टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤न्यूज रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🌕… रायगढ़ नगर पालिका निगम में संपन्न हुए चुनाव के परिणाम सामने आ गए हैं जिसमें भारतीय जनता पार्टी के महापौर सहित पार्षदों ने बड़ी जीत हासिल करते हुए ट्रिपल इंजन की सरकार बना ली है. भाजपा के चुनाव प्रभारी रायगढ़ विधायक एवं प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने चुनाव परिणाम से पूर्व ही घोषणा कर दी थी कि भाजपा का महापौर 25 000 हजार वोटो से प्लस करेगा और 30 प्लस पार्षद चुनाव जीतेंगे. जो सही साबित हुई. जैसे-जैसे EVM खुलते गई वैसे-वैसे कमल खिलते गए. रायगढ़ की जनता ने अपने लाडले विधायक का आदर करते हुए उनकी बात मानते हुए कमल पर बटन दबाए गए थे. ओपी चौधरी कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री होने के बावजूद चुनाव में अपनी पूरी ऊर्जा, तन, मन, धन लगा दिया था. जो हर किसी के लिए संभव नहीं होता है. हमने पहले ही लिखा था कि यह चुनाव गोपी की प्रतिष्ठा का चुनाव होगा. जिसमें आप चौधरी अपनी प्रतिष्ठा बढ़ाने में सफल रहे एवं कांग्रेस के लिए भविष्य के लिए काफी बड़ा गड्ढा खोद दिए हैं. जिसको पाटना कांग्रेस के लिए संभव हो गया है. जिन वार्डों में कांग्रेस की जीत तय मानी जा रही थी. उन वार्डों में भाजपा ने परचम लहरा दिया है.
कांग्रेसी नहीं निकले अपने ऐशो आराम छोड़कर… कांग्रेस की हार का सबसे बड़ा कारण पार्टी के बड़े नेता रहे जिन्होंने निगम चुनाव को छोटा मानते हुए वोट मांगने के लिए वार्डों में जाना अपनी शान के खिलाफ समझा वहीं वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने जनसंपर्क करने में किसी भी तरह की सुस्ती नहीं दिखलाई. खरसिया विधायक पूर्व मंत्री उमेश पटेल के द्वारा कुछ वार्डों में रैली निकालकर जनसंपर्क जरूर किया. इनके अतिरिक्त अन्य किसी भी बड़े किसी भी कांग्रेसी नेता ने अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करवाई. रायगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी के सभी पदाधिकारी कार्यकर्ता गधे के सींग की तरह से गायब रहे. ना कोई जनसंपर्क, ना कोई रैली, ना कोई आम सभा, कांग्रेसी नेताओं के द्वारा आयोजित की गई. जिस वजह से कांग्रेस प्रत्याशियों का मनोबल शुरुआती दौर से ही गिरा रहा.
विष्णु देव साय,विजय शर्मा,ओपी चौधरी,ने संभाला मोर्चा . रायगढ़ नगर पालिका निगम के चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा मानते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव ने रोड शो किया, गृह मंत्री विजय शर्मा ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई, वित्त मंत्री ओपी चौधरी आम जनता से मेल मुलाकात करते रहे. जिसका सकारात्मक परिणाम सामने आ गया और भाजपा ने नगर पालिका निगम रायगढ़ में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर रिकॉर्ड बना दिया. रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी की मिलन सहज मिलनसारिता के कारण भाजपा ने हारते हुए वार्डों में भी जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया. ओपी चौधरी भाजपा के स्टार प्रचारक बन चुके हैं जिनकी मुस्कुराहट,सादगी, बोलने के तरीके से विपक्षी भी प्रभावित हो जाया करते हैं. इसी कारण वे कांग्रेसी जिनकी कांग्रेस में कोई पूछ परख नहीं होती है वे भाजपा का दामन थामने लगे हैं. जिला कांग्रेस कमेटी केवल चांडाल चौकड़ी की कमेटी बनकर रह गई है. अब कांग्रेस के सामने अपनी छवि सुधारने के लिए 3 साल का समय है. फिलहाल 3 साल तक अब कोई चुनाव नहीं है. कांग्रेस को अब भाजपा की कमजोरियों एवं विवादित मुद्दों को जनता के सामने लाकर उजागर करने का एक सूत्रीय कार्यक्रम जारी रखना होगा. तभी भविष्य में कांग्रेस का नाम बचा रहा पाएगा अन्यथा लोग कांग्रेस को भूल जाएंगे.
ओपी चौधरी की लहर में उड़ गए कांग्रेसी.. रायगढ़ नगर पालिका निगम चुनाव में ओपी चौधरी वन मैन आर्मी साबित हुए. 48 वार्डों वाली नगर निगम में कांग्रेस को मात्र 12 वार्डों में मिली जीत पर ही संतोष करना पड़ जबकि पूर्व में नगर पालिका निगम में महापौर पार्षद सहित कांग्रेस की सरकार थी.यदि कांग्रेसी नेता जयंत ठेठवार,सलीम नियारिया, विकास ठेठवार,ज्योति बरेठ,आरिफ हुसैन,अमृत काटजू आदि लोग जीत हासिल नहीं करते तो कांग्रेस का नामोनिशान मिट गया होता.
गुटबाजी ले डूबी कांग्रेस को.. कांग्रेस में एकता की कमी साफ झलकती है. कांग्रेस कमेटी में जितने भी पदाधिकारी, कार्यकारिणी, कार्यकर्ता, सदस्य हैं. उनके सभी के अलग-अलग गुट है. जो एक दूसरे को नीचा दिखाने में ही अपनी जीत समझते हैं, और एक दूसरे की गोभी खोदने में ही लगे रहते हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय शराबियों का अड्डा बन कर रह गया है जहां रोज रात 7:00 बजे के बाद जाम छलकने लगते हैं और हड्डियां चबाई जाती है.