🔥टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🌕.. रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी के वित्त मंत्री बनते ही शहर में विकास कार्य तेजी से शुरू हो चुके हैं. सड़के चकाचक बन चुकी है. नालंदा परिसर आक्सीजोन, पानी टंकी निर्माण आदि का कार्य तेजी से जारी है. रायगढ़ विधानसभा के ग्रामों में विकास के कार्य चल रहे हैं. रायगढ़ शहर में जिस तरीके से सड़क का निर्माण किया गया है उसको देखकर लगता है कि हम किसी बड़े शहर में आ गए हैं. सभी सड़कों को मार्किंग किया गया है जिस वजह से सुंदरता अलग ही दिखाई देती है. इसी प्रकार डिवाइडरों को रंग पेंट कर आकर्षक बनाया जा रहा है. फ्लाईओवर ब्रिज के सभी स्तंभों पर रंग पेंट किया जा चुका है. गोवर्धनपुर पुलिया का निर्माण चल रहा है.पुराना शनि मंदिर के पास छत्तीसगढ़ की गौरैया का निर्माण किया जा रहा है. दर्जनों छोटे-छोटे ऐसे कार्य हैं जो लोगों को दिखते तो हैं परंतु उनका श्रेय वित्त मंत्री ओपी चौधरी लेकर छोटी प्रसिद्ध नहीं पाना चाहते हैं.
प्रेस क्लब भवन, पत्रकार कॉलोनी की मांग पूरी कर सकते हैं ओपी चौधरी… रायगढ़ के पत्रकारों से लगाव रखने वाले रायगढ़ विधायक चौधरी को यदि आवेदन पत्र देकर और पत्रकारों के द्वारा उनके कार्यालय में उपस्थिति देकर. उनसे प्रेस क्लब भवन के लिए जमीन और धनराशि, पत्रकार कॉलोनी के लिए जमीन और धनराशि मांगी जाए तो वे इनकार नहीं करेंगे. जमीन दिलवाने का धनराशि आवंटित करवाने का और निर्माण कार्य करवाने का जिम्मा भी चौधरी पर ही सौंप देने से कुछ महीनो में ही कॉलोनी एवं भवन अस्तित्व में आ जाएंगे. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व कलेक्टर रानू साहू से जमीन उपलब्ध करवाने के लिए कहा था और अपनी तरफ से 20 लाख रुपए देने की घोषणा कर पत्रकारों को झुनझुना थमा दिया था. ना जमीन मिली और ना धनराशि मिली. पत्रकार जहां से चले थे वहीं पर खड़े हैं. इसलिए उक्त संबंध में संवेदनशील,कर्मयोगी, कर्तव्यनिष्ठ, विवेकशील विकासशील ऊर्जावान चौधरी से मांग की जाए तो वे पत्रकारों की मांग को अवश्य पूरी कर देंगे. इसी तरह कलेक्टर कार्यालय के पीछे हनुमान मंदिर के पास जहां पत्रकार सुबह से शाम तक बगैर खाए पिए बैठे रहते हैं. वहां पड़े खाली स्थान पर. टीने का शेड,फर्श, पानी पीने की व्यवस्था,मूत्रालय आदि से व्यवस्थित कर दिया जाए तो पत्रकारों के सम्मान में छोटी सी वृद्धि हो सकेगी. जिसमें ज्यादा खर्च भी नहीं आएगा. मगर अपनी सुविधाओं के लिए पत्रकारों को एकत्रित होकर ओपी चौधरी के कार्यालय जाकर आवेदन अवश्य देना पड़ेगा. यदि पत्रकार बंधु उनके पास जाने से संकोच करते होंगे तो मैं साथ में जाकर अपनी मांग दृढ़ता के साथ रख सकूंगा. इसके लिए आपसी मनमुटाव को केलो नदी में बहाना होगा.