रायगढ़। किरोड़ीमलनगर स्कूल में तीन छात्र-छात्राओं ने प्रावीण्य सूची में स्थान लाकर जिले का नाम रौशन कर दिया। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल, रायपुर द्वारा घोषित हाई स्कूल व हायर सेकेण्डरी बोर्ड परीक्षा परिणाम 2020 के मरिट सूची में कक्षा- 10वीं (हिन्दी माध्यम) की छात्रा कु. पियु माइती 97.83, कु. खुशी पाण्डेय 97.5 तथा अंग्रेजी माध्यम के मानस रंजन 97.83 प्रतिशत अंक अर्जित कर छ.ग. बोर्ड परीक्षा की प्रावीण्य सूची में क्रमशः आठवां, दसवां एवं आठवां स्थान प्राप्त कर विद्यालय एवं नगर को गौरवान्वित किया। मेरिट सूची में स्थान प्राप्त इन छात्र-छात्राओं ने अपनी इस अभूतपूर्व सफलता का श्रेय विद्यालय प्रबंधन समिति, प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं माता-पिता को दिया है। ये होनहार किरोडीमल नगर के सामान्य परिवारों से है। कु. पियु माइती के पिता व्यापारी, कु. खुशी पाण्डेय व मानस रंजन के पिता जे.एस.पी.एल. कर्मी हैं। कु. पियु माइती ने अपने भविष्य के सपनों को व्यक्त करते हुए कहा कि वह गणित विषय के प्रोफेसर, कु. खुशी पाण्डेय रसायन विषय के प्रोफेसर तथा मानस रंजन कम्प्यूटर इंजीनियर बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं। उक्त प्रतिभावान विद्यार्थियों ने यह सिद्ध कर दिया है कि उच्चतम सफलता अर्जित करने के लिए पारिवार की आर्थिक स्थिति बाधक नहीं बन सकती । जिन्दल आदर्श ग्राम्य भारती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, किरोड़ीमलनगर का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। हाई स्कूल परीक्षा में (अंग्रेजी व हिन्दी माध्यम) के इस विद्यालय से कुल 242 विद्यार्थी सम्मिलित हुए जिसमें से शत् प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण होकर विद्यालय का मान बढ़ाया।
कक्षा – 12वीं के चारों संकायो (गणित, विज्ञान, वाणिज्य एवं कृषि) में कुल 161 विद्यार्थियों ने शत् प्रतिशत सफलता अर्जित किया।
उक्त उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम पर हर्ष व्यक्त करते हुए विजय कुमार अग्रवाल, चेयरमेन (आदर्श भारती शिक्षण समिति, किरोड़ीमलनगर) ने छात्र-छात्राओं व शिक्षक-शिक्षिका एवं अभिभावकों को शुभकामनाएँ व बधाई प्रेषित किया और कहा कि शिक्षा विद्यार्थियों के जीवन में व्यक्तित्व का निर्माण, ज्ञान व कौशल में सुधार करके एक सभ्य मनुष्य बनाने में महती भूमिका निभाती है। शिक्षा व्यक्ति के जीवन में लक्ष्य को निश्चित करके उसके वर्तमान एवं भविष्य को पोषित करती है। शिक्षा विद्यार्थियों को अपनी क्षमता का पता लगाने में मदद करती है जो बदले में एक मजबूत और एकजुट समाज को बढ़ावा देती है। परिवार समुदाय और राज्य को उन्नत स्तर पर ले जाने के लिए शिक्षा का अत्यधिक महत्व है। इस उद्येश्य की पूर्ति हेतु आदर्श ग्राम्य भारती संस्थान कटिबद्ध है। विद्यालय में समय-समय पर निबंध, लेखन पैराग्राफ लेखन, शुद्ध लेखन, वाद-विवाद प्रतियोगिता एवं तात्कालिक भाषण आदि के आयोजन का मुख्य उद्येश्य विद्यार्थियों की बौद्धिक, मानसिक दक्षता का विकास करना रहा है।
विद्यालय के प्राचार्य सतीश कुमार पाण्डेय ने इस उल्लासपूर्ण अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए समस्त छात्र-छात्राओं, शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं पालकों को शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए कहा कि किसी भी विद्यालय का उन्नत शैक्षिक परिणाम उस विद्यालय के विद्यार्थियों की रुचि व लगन, शिक्षक-शिक्षिकाओं के अथक परिश्रम एवं पालकों के सहयोग से ही संभव है। शिक्षा एक ऐसा सूरज है जो अपने प्रकाश से न केवल परिवार, समाज, देश बल्कि पूरी दुनियाँ को चमकाती है। शिक्षा मनुष्य के अन्दर एक ऐसा इत्र है जो अपनी खुशबू से समाज को सुगंधित करती है तथा जीवन जीने की उच्चतम शैली सिखलाते हुए उत्तम चरित्र निर्माण करती है। हमारा विद्यालय उत्तम शिक्षण व्यवस्था प्रदान करने के साथ-साथ अशैक्षणिक गतिविधियों के विकास हेतु कृत संकल्पित है। साथ ही उन्होंने भविष्य में बेहतर परीक्षा परिणाम लाने हेतु शिक्षक-शिक्षिकाओं का आह्वान किया तथा विद्यार्थियों को मेहनत व लगन से प्रयास करने की प्रेरणा दी। उपरोक्त छात्र -छात्राओ की प्रतिभा व अभूतपूर्व सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डी.के. सरावगी, कार्यापालन निदेशक, जे.एस.पी.एल., आर.के. त्रिवेदी, प्राचार्य, ओ.पी. जिन्दल स्कूल, भरोसराम पटेल, उपाध्यक्ष, अनुजराम सिदार, सह-सचिव एवं श्री दिनेश उरांव आदि सदस्यो के द्वारा बधाइयाँ शुभकामनाएँ दी