🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹… छत्तीसगढ़ प्रदेश में अग्रवाल समाज के लोग राजनीति हो या व्यवसाय हो सब में पिछड़ते जा रहे हैं. व्यवसाय में सिंधी समुदाय के लोग बहुत आगे निकल रहे हैं.कपड़ा, मनिहारी, राशन,दवा, पान मसाला,जूते चप्पल, होटल, रेस्टोरेंट, हार्डवेयर,शोरूम,एजेंसी,अधिकृत विक्रेता लघु एवं बड़े उद्योगों के व्यवसाय में सिंधी समाज के मेहनतकश लोगों ने अग्रवाल समाज को काफी पीछे छोड़ दिया है. अग्रवाल समाज के लोग आपसी लड़ाई और जलन की भावना रखने की वजह से एक दूसरे की टांग खींचे पड़े हैं.
प्रदेश की राजनीति में भाजपा के गिने चुने अग्रवाल विधायक है परंतु उन्हें मंत्री पद से दूर रखा गया है. जब भी अग्रवाल समाज के विधायक को मंत्री बनाने की बात आती है तो सरकार के द्वारा विषय को आगे बढ़ा दिया जाता है. हाल में ही संपन्न नगर पालिका निगम रायगढ़ के चुनाव में भाजपा के द्वारा पार्षद पद के लिए एकमात्र सुरेश गोयल को टिकट दी गई थी. चुनाव जीतने के बाद पूर्व सभापति रह चुके सुरेश गोयल को केवल एमआईसी सदस्य बनाकर खुश रखने की कोशिश की गई. रायगढ़ विधानसभा से अग्रवाल समाज का विधायक बनाने का सपना धराशाई हो चुका है. यदि रायगढ़ विधानसभा को वर्तमान विधायक ओपी चौधरी अपनी परंपरागत सीट मान ले तो भाजपा से अग्रवाल विधायक होना दूर की कौड़ी हो चुकी है. कांग्रेस से फिलहाल अग्रवाल तो क्या किसी भी समुदाय का प्रत्याशी ढूंढना भूसे में से सुई ढूंढने के समान है. अग्रवाल समाज का प्रदेश में खत्म होता रसूख के विषय में पहले भी हमारे द्वारा लिखा जा चुका है. अग्रवाल समाज को इस गंभीर विषय की तरफ ध्यान देना चाहिए वरना अग्रवालों की स्थिति उड़ीसा से भी बदतर हो सकती है. अग्रवाल समाज को सबसे बड़ा खतरा सिंधी, साहू, सतनामी समाज से है. जिनका रसूख छत्तीसगढ़ में बढ़ते ही जा रहा है और अग्रवाल उनके सामने बौने होते जा रहे हैं.
प्रदेश में व्यापारी संगठन चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज का चुनाव होने जा रहा है. जिसमें रायगढ़ के सुशील रामदास निर्विरोध उपाध्यक्ष चुने जा चुके हैं. अब प्रदेश मंत्री के लिए शक्ति अग्रवाल मैदान में उतरे हैं. शक्ति के खिलाफ किसी संतोष अग्रवाल के द्वारा भरत बलेचा को मैदान में उतारा जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार संतोष अग्रवाल अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के छत्तीसगढ़ इकाई के अध्यक्ष है. इतने बड़े पद होने पर भी इनके द्वारा अग्रवाल का समर्थन न करते हुए अग्रवाल के विरुद्ध में अपना प्रत्याशी भरत बलेचा को उतारा जा रहा है. संतोष के इस कार्य से पूरे अग्रवाल समाज में तरह तरह की चर्चाएं हो रही है. अग्रवाल समाज का प्रत्येक व्यक्ति संतोष से नाराज होने लगा है.