🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹… रायगढ़ नगर के प्रतिष्ठित व्यवसाई, ठेकेदार, सरकार से अधिमान्य पत्रकार, गर्ग हार्डवेयर के संचालक अनिल गर्ग शातिर ठगो रंजीत चौहान और सुदीप मंडल की चिकनी चुपड़ी बातों में आ गए. जिन्होंने करोड़ों रुपए की सिलाई मशीन, दोना पत्तल मशीन, बैंडेज पट्टी मशीन, सेनेटरी पैड मशीन, आदि मशीनों की सप्लाई असीम छाया एनजीओ में करने का लालच देते हुए. उन्होंने एनजीओ के बैंक खाते में जमा 10 करोड रुपए दिखाते हुए बताया कि उनके एनजीओ को उक्त राशि महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए ऊपर से प्राप्त हुई है. यदि वे मशीन सप्लाई करना चाहते हैं तो उन्हें 12 लाख रुपए प्रतिभूति राशि के रूप में जमा करना होगा. मशीनों के लिए निर्माता को भुगतान करने हेतु 95 लाख रुपए का चेक किया गया और कहा कि ऊपर से आदेश आने के बाद वह बतलाएंगे की मशीन सप्लाई कब करना है. लाखों रुपए का सामान सप्लाई और 95 लाख रुपए का चैक पाकर अनिल ने रंजीत और सुदीप की काफी आवभगत की जब एक दो माह बीत गए तो अनिल ने रंजीत और सुदीप के संयुक्त हस्ताक्षर से दिया गया चैक बैंक में क्लीयरिंग के लिए लगाया तो चेक बाउंस हो गया. तब अनिल को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ. अनिल ने संज्ञान लेते हुए लगभग 8 माह पहले थाना चक्रधर नगर में अपने साथ में ठगी का लिखित आवेदन दिया गया और कार्रवाई करने का निवेदन किया गया. तत्कालीन थाना प्रभारी ने अनिल को आश्वस्त करके विदा कर दिया. मगर कोई कार्रवाई नहीं की गई. अनिल लगातार चक्रधर नगर थाने का चक्कर लगाने लगा परंतु कोई फायदा नहीं हुआ. इस बीच ठग रंजीत के खिलाफ 2 आपराधिक मामले पुलिस महानिरीक्षक के दबाव की वजह से चक्रधर नगर थाने में दर्द करना पड़ा. अखबारों में जब रंजीत चौहान के ठगी के संबंध में समाचार प्रसारित हुए तो अनिल पूरी ऊर्जा के साथ अपने साथ हुई धोखा घड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवाने दबाव बनाने लग गया. स्पीच थानेदार का तबादला हो गया और नए थानेदार आ गए. जिससे अनिल को लगा कि आप उसके साथ न्याय हो जाएगा परंतु कोई फायदा नहीं होगा. चक्रधर नगर थाने में अनिल का बयान दर्ज कर लिया गया और रिपोर्ट लिखने से स्पष्ट इनकार करते हुए थाना प्रभारी का आदेश मिलने पर आगे की कार्रवाई करने हेतु बोला गया. अनिल ने जब थाना प्रभारी को फोन लगाया तो थाना प्रभारी में उनका फोन नहीं उठाया. थाने का चक्कर काटते काटते परेशान हो चुके रायगढ़ नगर पुलिस अधीक्षक आकाश शुक्ला के पास जा पहुंचे और अपने साथ बीती सुनाई तब सीएसपी ने अनिल से सारे कागजात मंगवाकर रिपोर्ट दर्ज करवाने का और न्याय दिलवाने का पूरा भरोसा दिलाया. यह देखना है कि नगर पुलिस अधीक्षक आकाश शुक्ला के आदेश के बाद चक्रधर नगर थाने में अनिल की रिपोर्ट दर्ज की जाती है या नहीं. अनिल ने बताया कि यदि अब रिपोर्ट दर्ज नहीं होगी तो वे बिलासपुर रेंज आईजी संजीव शुक्ला के पास जाकर अपने साथ हुए पूरे मामले को बताएंगे.









