🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹.. रायगढ़ के तथा कथित पत्रकार प्रेस क्लब के सदस्य रंजीत चौहान और सुदीप मंडल के द्वारा रायगढ़ के अतिरिक्त अन्य जिलों में भी ठगी करने के समाचार मिल रहे हैं. इनके द्वारा पीड़ित सामने आने लगे हैं. जिसमें सक्ति जिले का एक मामला सामने आया है. देर सबेर रायगढ़ जिले से जशपुर,सारंगढ़, आदि जिलों से भी इनके ठगी के मामले सामने आने से इंकार नहीं किया जा सकता. इन लोगों के द्वारा इतना बड़ा कांड कर देने के बावजूद इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और वेब मीडिया क्यों खामोश है. यह सब की समझ में आ रहा है. लेकिन कोई कुछ नहीं बोल रहा है. रंजीत के मुंह से एक बार बातचीत के दौरान सबको मैनेजमेंट करने का शब्द मुंह से निकल गया था.
किसकी सरपरस्ती में दिया गया ठगी को अंजाम… करोड़ों रुपए की थाली के मामले में सबसे बड़ा प्रश्न यह खड़ा होता है कि रंजीत के सिंडिकेट में कौन-कौन लोग शामिल है. एक अकेला रंजीत बगैर किसी के छत्रछाया के इतने बड़े कांड को अंजाम नहीं दे सकता है. जिस निडरता के साथ बेधड़क होकर रंजीत ने एक के बाद एक ठगी की है. उससे लग रहा है कि ठगी के इस नेटवर्क में कई बड़े-बड़े लोग शामिल है. जिनकी वजह से पुलिस के हाथ रंजीत पर कार्रवाई करने के लिए कांप रहे हैं. रंजीत के गिरफ्तार होने के बाद ठगी का पूरा नेटवर्क ध्वस्त हो जाएगा और पुलिस की रडार में कई नामी गिरामी लोग आ जाएंगे. जिन पर भी ठगी का मामला दर्ज किया जा सकता है. रंजीत को पुलिस के द्वारा तीन दिनों की रिमांड पर लेकर हिकमत अली से पूछताछ करने पर कई आश्चर्य जाना के खुलासे हो सकते हैं. रंजीत किसकी शह पर ठगी को अंजाम देते रहा. इसे केवल पुलिस ही उगलवा सकती है. रंजीत की गिरफ्तारी के बाद कई लोगों के शहर से पलायन करने की संभावना लग रही है. रंजीत जब बताया की किन-किन पुलिस वालों को उसने कितना कितना नजराना दिया है तो शायद कई पुलिस वालों पर निलंबन या लाइन हाजिर की कार्रवाई हो सकती है.









