🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹.. लगभग नगदी 12 – 15 करोड रुपए की ठगी करने वाले तथाकथित पत्रकार ठगराज रंजीत चौहान और उसके साथी सुदीप मंडल के द्वारा किए गए ठगी के मामले अब सामने आने लगे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रंजीत और सुदीप ने एक एनजीओ असीम छाया फाउंडेशन बनाकर सन 2021 से 2025 तक इतने अधिक लोगों को मुर्ख बनाकर ठगी की है कि गहन जांच पड़ताल करने पर यह दोनों अंतराजीय ठग के रूप में सामने आ सकते हैं.
ठगी करने के अभ्यास है यह दोनों
भोली भाली मासूमियत भरे चेहरे वाले रंजीत अपनी बोलचाल हाव भाव से हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करने में माहिर है. लोग इसकी चिकनी चुपड़ी बातों में ऐसे फंस जाया करते हैं जैसे की गुड़ पर मक्खी चिपक जाया करती है. इसका साथी सुदीप जो कि रंजीत के सभी अवैध कार्यों में भागीदार है. रंजीत जहां कहीं भी आना-जाना करता था वहां सुदीप उसे ठगी के रुपए से खरीदी गई लग्जरी KIA SONET कार मैं ले जाया करता था.
चक्रधर नगर थाने में एक आवेदन और स्वीकार किया गया
चार महिलाओं में चक्रधर नगर थाने में पहुंचकर रंजीत के खिलाफ ठगी करने का आवेदन दिया गया. जिसमें से पुलिस एक आवेदन स्वीकार करते हुए. मामले को विवेचना में लेना बताया गया और शीघ्र ही एफ आई आर दर्ज करने का आश्वासन दिया गया. तीन महिलाओं के आवेदन में त्रुटि बताते हुए उनके आवेदन वापस कर पुलिस में पल्ला झाड़ लिया. जबकि उनके आवेदन में रंजीत के द्वारा जान से मारने की धमकी देना,गाली गलौच करना, देख लेने परिणाम भुगतने की धमकियां देने का स्पष्ट उल्लेख किया गया है. महिलाओं ने बताया कि वे अपने आवेदन लेकर पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज के पास जाएगी. श्रम विभाग लेबर कोर्ट का मामला अलग है परंतु किसी को धमकी देना गाली देना अपराध की श्रेणी में आता है.
गधे के सींग की तरह से गायब हो गए रंजीत को कब पकड़ेगी पुलिस
रंजीत चौहान पर चक्रधर नगर थाने में पहले ही दो मामले दर्ज है. इसमें गंभीर धाराएं लगी हुई है. सिटी कोतवाली थाने में एक मामला दर्ज है. इसी तरह ऑनलाइन लेनदेन को लेकर साइबर सेल कार्रवाई करने के मूड में है. रंजीत पिछले डेढ़ माह से पुलिस को चकमा दे रहा है और लगातार मोबाइल का सिम और लोकेशन बदल रहा है. एक बात स्पष्ट है कि आरोपी जितना अधिक पुलिस को परेशान करता है पुलिस उतनी ही कड़ी कार्रवाई करती है. किसी भी तरह की नरमाई नहीं बरतती है.
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