🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹.. महात्मा गांधी के नक्शे कदमों पर चलने वाली कांग्रेस पार्टी के द्वारा धरना आंदोलन प्रदर्शन भुलाते हुए रायगढ़ जिला पुलिस अधीक्षक को बिगड़ती कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए ज्ञापन दिया गया. ज्ञापन देने से युवा कांग्रेस की छिछालेदर हो रही है. ज्ञापन देने का कार्य पीड़ितों के द्वारा किया जाता है ना की राष्ट्रीय स्तर की पार्टी के लोगों के द्वारा, राष्ट्रीय स्तर की पार्टी कांग्रेस के द्वारा पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए रैली निकाली जानी चाहिए चौक,चौराहों पर धरना, आंदोलन, प्रदर्शन किया जाना चाहिए. किसी भी विवाद में कांग्रेस के द्वारा सड़क पर उतरकर जमकर प्रदर्शन किया जाना चाहिए ना कि चुपचाप जाकर ज्ञापन देना चाहिए. इन ज्ञापनों की अब कोई अहमियत नहीं रह गई है. लगभग एक दर्जन ज्ञापन रोजाना पुलिस अधीक्षक को दिए जाते होंगे. कांग्रेसियों के द्वारा ज्ञापन भी उन्हीं को दिया गया जो पूरे विभाग के सर्वेसरवा है. ऐसे में पुलिस अधीक्षक के द्वारा किस पर कार्रवाई की जा सकेगी.
कहां गए युवा कांग्रेसी.. पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देने कार्यक्रम में एक दर्जन युवा कांग्रेसी भी उपस्थित नहीं हुए. कांग्रेस के पद लेकर घर बैठे पदाधिकारी को शहर की शांति व्यवस्था से कोई सरोकार नहीं रह गया है. जब कांग्रेस में पद देने नियुक्ति करने की की बात आती है. तब लोग अपने बिल से निकल कर स्वयं को कांग्रेसी बताने लगते हैं.
पुलिस अधीक्षक असमंजस में.. ज्ञापन लेने के बाद पुलिस अधीक्षक असमंजस की स्थिति में आ गए हैं कि आखिर कांग्रेसियों के द्वारा दिए गए ज्ञापन पर किस पर कार्रवाई करनी चाहिए. कांग्रेसियों को चाहिए कि पुलिस की शिकायत का ज्ञापन डी जी,गृह मंत्री,आई जी, मुख्यमंत्री रायगढ़ के विधायक वित्त मंत्री ओपी चौधरी के नाम से देना चाहिए ताकि इनके द्वारा कड़े कदम उठाए जा सके.