रायगढ़ में गौ सेवक के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले, मिलनसार,हंसमुख प्रवृति के विजय बापोड़िया का आज शाम जिंदल फॉर्टिस हॉस्पिटल में शिवलोक गमन हो गया. विजय भैया ने अपना पूरा जीवन गौ माता की सेवा करने में गुजार दिया. रायगढ़ शहर की गौशाला आज विजय भैया की गौ सेवा की वजह से व्यवस्थित है. विजय भैया अल सुबह 4:00 बजे से उठकर, दैनिक कार्यों से निवृत होकर गौशाला पहुंच जाया करते थे. जहां वे गौ माता की देखभाल किया करते थे. कर्मचारियों के द्वारा गोबर आदि साफ करवाया जाता था और गायों को नहलाया धुलाया जाता था. उनके चारों की व्यवस्था की जाती थी. जिनके बाद दुधारू गायों का दूध निकलवा कर गौशाला के सदस्यों, जरूरतमंदों को बंटवाया जाता था. बीमार गायों के इलाज के लिए डॉक्टर बुलाया जाता था और इलाज करवाया जाता था. विजय भैया की देखरेख की वजह से गौशाला में गौ माता की संख्या में लगातार वृद्धि होती रही है. यही के राम शाम को भी दोहराया जाता था. विजय भैया अपना पूरा दिन, और पूरा जीवन गौ माता के पीछे समर्पित कर दिए थे.
विजय भैया गांधी चौक निवासी शहर के प्रतिष्ठित व्यवसाई स्वर्गीय सागरमल बापोडिया के जयेष्ठ पुत्र थे. वे रमेश,जयप्रकाश,उमेश, पूर्व सभापति सुरेश गोयल,नरेश,अनिल (पिंकू) के बड़े भाई थे. वे विकास (गुड्डू)विनय (चीनू) के पिता थे. वे वैष्णो भोजनालय के संचालक विनोद, रक्त वीर विमल,कमल, वायस विजन के संचालक महेश, संजू,सुनील के चचेरे बड़े भाई थे.
विजय भैया की अंतिम यात्रा कल दिनांक 18.07.2025 को सुबह 9.00 बजे उनके निवास स्थान गोगा मंदिर के पास से निकाली जाएगी. जिसे काया घाट स्थित मुक्तिधाम ले जाया जाएगा.जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
टूटी कलम परिवार इस दुख में बराबर का सहभागी है, हम विजय भैया की आत्मा को शांति एवं परिवार को संबल प्रदान करने की कामना करते हैं.