🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤न्यूज रायगढ़ 🌍छत्तीसगढ़ 🏹रायगढ़। लैलूंगा के पूर्व कांग्रेस विधायक चक्रधर सिंह सिदार के छोटे भाई व पंचायत सचिव जयपाल सिंह सिदार की लाश आज सिसरिंगा के घने जंगल में मिली है। जयपाल सिंह के शव का सिर व धड़ सड़-गल चुका था। इस हाईप्रोफाईल प्रकरण में जयपाल बीते ७ जुलाई से लापता था। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार पूर्व विधायक चक्रधर सिंह सिदार के छोटे भाई जयपाल सिंह सिदार का शव धरमजयगढ़ के सिसरिंगा जंगल में बरामद हुआ है। सूत्रों का कहना है कि जयपाल की डेड बॉडी का ऊपरी हिस्सा क्षत-विक्षत हो चुका था और कपड़ों के आधार पर शव की शिनाख्त जयपाल के रूप में की गई।
ज्ञात रहे कि जयपाल सिंह सिदार ग्राम पंचायत पाकरगांव में पचायत सचिव के पद पर पदस्थ थे। विगत 7 जुलाई को जयपाल अपनी बच्ची को स्वयं की कार से स्कूल छोडऩे के बाद अचानक कार सहित लापता हो गए। जयपाल के गायब होने के बाद उनके परिजनों ने लैलूंगा थाने में गुमशुदगी का प्रकरण दर्ज कराया। लैलूंगा पुलिस ने गुम इंसान का केस दर्ज करने के बाद जयपाल की पतासाजी शुरू किया। पुलिस ने जयपाल के घरवालों, रिश्तेदारों, मित्रों व स्टाफ से लंबी पूछताछ की लेकिन नतीजा हासिल पाई शून्य रहा। आज मध्यान्ह धरमजयगढ़ पुलिस को सूचना मिली कि सिसरिंगा के जंगल में एक अज्ञात शव पड़ा है।
उसके बाद शिनाख्ती की औपचारिक प्रक्रिया पुलिस ने पूरी की। मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ पुलिस ने अज्ञात लाश की शिनाख्त जयपाल सिंह सिदार के रूप में होने की अब तक कोई आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है क्योंकि बॉडी डिकंपोज हो चुकी है।विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि लैलूंंगा पुलिस जयपाल की गुमशुदगी को लेकर बुरी तरह उलझी थी। तमाम एंगलों के बावजूद पुलिस को तथ्यों की रोशनी की जरूरत थी। इसी बीच तफ्तीश के दौरान बीते 27 जुलाई को पुलिस को एक इनपुट मिला जिससे पुलिस की बुझती जा रही उम्मीदों को आसरा मिला।
वहीं, पुलिस के तफ्तीश के दौरान मिले अहम क्लू को लेकर विवेचना का दायरा बढ़ाया तो पुलिस को हिम्मत बंधी। विश्वस्त सूत्रों का दावा है कि पुलिस ने जयपाल सिंह सिदार के लापता होने के मामले में ३-४ लोगों पर पूछताछ का शिकंजा कसा। ३ लोगों को कस्टडी में लेने के बाद पुलिस ने पूछताछ में सख्ती बरती तो एक शख्स ने महत्वपूर्ण जानकारी शेयर किया।
इस शख्स का पुराना आपराधिक रिकार्ड रहा है। वहीं, इस मिस्ट्री में २ से ३ और लोगों के लिप्त होने की संभावना बलवती है। विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो जयपाल सिंह की निर्ममतापूर्वक हत्या की गई । इस प्रकरण में महिला रोजगार सहायक व उसके पति की भी लिप्तता है लेकिन इस तथ्य व कथ्य की अब तक पुष्टि नहीं हो सकी है। एक सूत्र ने तो यहां तक दावा किया है कि पुलिस ने सन्देही की निशानदेही पर सिसरिंगा जंगल में जयपाल का शव बरामद किया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस मामले में कुछ और चौंकाने वाले खुलासे भी हो सकते हैं।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल की टीम को लगातार सफलता पर सफलता मिल रही है जिस वजह से दिव्यांग पटेल के कार्यों से नाखुश लोगों का मुंह स्वतः बंद हो गया है.