रायगढ़. जिंदल समूह के संस्थापक श्रीयुत ओमप्रकाश जिंदल की 90वीं जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धापूर्वक याद किया गया। कोविड-19 महामारी के प्रकोप के चलते इस वर्ष फिजिकल डिस्टेन्सिंग का ध्यान रखते हुए श्री जिंदल को आदरांजलि दी गई। जेएसपीएल के चेयरमैन नवीन जिंदल और व्यंकटेश जिंदल ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। साथ ही वृद्धाश्रम में राशन सामग्री और राहगीरों को मास्क का वितरण भी किया गया।श्रीयुत ओमप्रकाश जिंदल के जन्मदिवस के अवसर पर प्रतिवर्ष जेएसपीएल परिसर के साथ ही शहर और आसपास के गांवों में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है। लेकिन इस वर्ष कोविड-19 को देखते हुए सिर्फ जेएसपीएल परिसर में स्थित स्व. बाबूजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण का ही कार्यक्रम आयोजित किया गया। सुबह 10 बजे कंपनी के चेयरमैन नवीन जिंदल, व्यंकटेश जिंदल, मैनेजिंग डायरेक्टर वीआर शर्मा, सीओओ छत्तीसगढ़ डीके सरावगी, डायरेक्टर ग्रुप एचआर राहुल तनेजा सहित सभी विभागों के प्रमुख प्रतिमा स्थल पर पहुंचे। प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद फिजिकल डिस्टेन्सिंग का ध्यान रखते हुए सभी ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस दौरान चेयरमैन नवीन जिंदल ने कहा कि बाबूजी के बताए रास्ते पर चलते हुए उनके आशीर्वाद से जिंदल समूह इतनी ऊंचाई तक पहुंचा है। वे हमेशा कुछ नया करने की चाहत रखते थे। मेहनत और लगन उनके दो मूलमंत्र थे और इनके ही सहारे उन्होंने अपने जीवन में बड़ी से बड़ी परेशानियों को पार करते हुए कामयाबी की नई इबारत लिखी। उन्होंने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को बाबूजी से प्रेरणा लेते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया, ताकि जेएसपीएल समूह आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपना अधिक से अधिक योगदान दे सके। इस अवसर पर जेएसपीएल के जनसंपर्क विभाग द्वारा वृद्धाश्रम में निवासरत बुजुर्गों के लिए राशन की व्यवस्था की गई। विभाग की टीम ने वृद्धाश्रम पहुंचकर सभी बुजुर्गों से उनकी सेहत के बारे में जानकारी ली। सीएसआर विभाग द्वारा शुक्रवार को पूरे दिन मुख्य मार्ग पर स्टाॅल लगाकर राहगीरों को मास्क वितरण किया गया।ओपीजेयू में रोपे गए पौधेपूंजीपथरा स्थित ओपी जिंदल विश्वविद्यालय में स्व. ओमप्रकाश जिन्दल की 90वीं जयंती फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मनायी गयी। कार्यक्रम की शुरूआत में स्व. बाबूजी की प्रतिमा के समक्ष कुलपति डॉ आरडी पाटीदार, कुलसचिव अनुराग विजयवर्गीय एवं स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के डीन डॉ पीएस बोकारे ने दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आरडी पाटीदार ने कहा कि बाबूजी के द्वारा औद्यौगिक विकास, समाज सेवा एवं शिक्षा के क्षेत्र में किये गए कार्य और उनके योगदान अतुलनीय हैं। इस दिन को यादगार बनाने के लिए विश्वविद्यालय परिसर एवं समीप के गांवों में पौधरोपण किया गया। इसमें विश्वविद्यालय के अधिकारीगण, प्राध्यापकगण, स्टाफ एवं ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। पूंजीपथरा, तुमीडीह और सामारूमा गांवों में मास्क का वितरण भी किया गया।
