रायगढ़——- मार्च 2020 से कोरोनकाल मे जो सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे। वे शादी के लिए बैचेन युवक-युवती है। जो अपनी शादी का ख्याल पाले हुए थे। कोरोना संक्रमण एवं सरकारी गाइडलाइंस के कारण 1 साल विलंब हुआ और दूल्हा दुल्हन की उम्र 1 वर्ष के करीब अधिक बढ़ गई।
देव उठनी एकादशी के बाद विवाह के मुहूर्त शुरू हो गए। विवाह के लिए लालायित लोग आनन फानन विवाह कर लेना चाह रहे है। यदि रात के समय विवाह मंडप खाली नही मिल रहे है तो दिन में या गोधूली बेला का मुहूर्त निकलवाने के लिए पंडितों की मुठ्ठी गर्म कर लग्न निकलवा लिए जा रहे है। एक विवाह मंडप में एक दिन में 2,3 शादी हो रही है। हड़बड़ी इसलिए भी है क्योंकि कहीं न कहीं लोगो के मन मे अभी भी लाकडाउन का ख़ौफ समाया हुआ है।
मैं नागिन ,नागिन,नागिन,नागिन,दो घूंट मुझे भी पिला दे शराबी,आज मेरे यार की शादी है जैसे गीत बैंड बाजा वाले फिर से बजाने लगे है जिस पर बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना टाईप के लोग जमकर कमर मटकाकर अपने आप को दूल्हे का सबसे करीबी जतलाने का प्रयास भी करते है और जैसे ही सात फेरे सम्पन्न होते है। दूल्हे का मिजाज बदल जाता है और वह सारी दोस्ती यारी भुलाकर अपनी दुनिया मे मस्त हो जाता है। बारात में नाचने के लिये कुछ विशेष नाच्चेय्या टाईप के लोगो को विशेष रूप से निमंत्रित किया जाता है। जिनसे दूल्हे की महज राम रामी ही होती है परन्तु इस तरह के आमंत्रित मित्र बारात में धमाल मचा देते है। सरकारी आदेशा के कारण शाम 7 बजे से रात्रि 11 बजे तक ये नचैया लोग नान स्टॉप गला तर कर कर के उछल कूद करते रहते है। इस कोरोनकाल मे सरकारी नियम कानून की लटकती तलवार के बीच जिन लोगो के विवाह हो जा रहे है। वे लोग अपने आप को विश्वयुद्ध विजेता समझकर चलने लगे है।
प्रतिबंध के बावजूद 200 के स्थान पर 500 लोग शादी समारोह में शामिल हो रहे है। बैंड बाजा 10 बजे के स्थान पर 11 बजे तक बज रहे है,सोशल डिस्टनसिंग,मास्क की धज्जियां उड़ रही है,ग्रीन फटाकों के स्थान पर तेज आवाज वाले,सीरियल बम,लड़ी चलाई जा रही है और प्रशासन तंत्र भी आंखे मूंद लिया है। जबरन रोका टोकी कर क्यूँ विलेन बने की तर्ज पर मानो पूरी छूट प्रदान कर दी गई हो।कोरोना से प्रभावित होने पर घराती, बराती,बैंड वाले,विवाह घरों, होटल वाले,कैटरिंग वाले समझे। प्रशासन कितनी और कब तक मगजमारी कर अपनी ऊर्जा व्यर्थ करे।
है नई रस्मे,नई कसमें,नई उलझन,होंठ है खामोश पर कह रही धड़कन,धड़कन,धड़कन,धड़कन,धड़कन