🔴 नियमो के विरुद्ध हो रही जनसुनवाई पर दागे सवालों के गोले🔴हांथी प्रभावित क्षेत्र का उल्लेख नही🔴 स्कूलों,आंगनबाड़ी केंद्रों की दी गई गलत जानकारी🔴वायु,जल प्रदूषण के आंकड़े झूठो का पुलिंदा मात्र है🔴ए.आर.इस्पात की जनसुनवाई निरस्त कराने जनता की आवाज़ दिल्ली तक पहुंचाई जायेगी ——- गोमती साय सांसद रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र
रायगढ़ : सांसद गोमती साय की अनुपस्थिति की वजह से उनके निर्देश पर भाजयुमो के सैकड़ो कार्यकर्ताओ ने ए.आर ग्रुप जनसुनवाई का विरोध दर्ज कराया है । भाजयुमो से जुड़े कार्यकर्ताओ ने बताया कि इतिहास में पहली बार जनप्रतिनिधि ने जनहितों के मद्देनजर उद्योग विस्तार की जनसुनवाई का विरोध किया । इन उद्योग की जनसुनवाई निरस्त करने आम जनता की आवाज दिल्ली तक पहुंचाई जाएगी । गोमती साय की ओर से युवाओ के साथ पीठाधीन अधिकारी के साथ सौपे गए पत्र में ईआईए रिपोर्ट को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा गया कि कोरोना महामारी के मद्देनजर प्रभावित 45 गांवों के हजारों की संख्या में ग्रामीण विरोध दर्ज कराने पहुंचेगे जिससे कोरोना महामारी के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है । उद्योग द्वारा प्रस्तुत ईआइए रिपोर्ट में वायु प्रदूषण जल प्रदूषण के आंकड़े मिथ्या है । साथ ही स्कूलों की संख्या आंगनबाड़ी की वास्तविक संख्या भी नही बताई गई है । प्रस्तावित विस्तार वाले उद्योग के 10 किमी क्षेत्र हाथी प्रभावित है लेकिन रिपोर्ट में इसका उल्लेख नही है । समारूमा पडकीपहरी की झिगोल आमा घाट में हाथीयो की वजह से फसल नुकसान व जान माल नुकसान की घटनाये हो चुकी है । क्षेत्र में स्पंज आयरन व पावर प्लांट की वजह से हवा में प्रदूषण की मात्रा पीएम 2.5 एवं पीएम 10 की मात्रा 200 से ऊपर है जिससे जन स्वास्थ्य का खतरा मौजूद है । वायु प्रदूषण की वजह से बीमारियां फैल रही है ।नए उद्योग के विस्तार से प्रदुषण के मानक स्तर में वृद्धि होगी l
केंद्रीय प्रदूषण टीम द्वारा इस क्षेत्र में अध्ययन के दौरान यह पाया है कि बच्चो में टीबी खासी के लक्षण तेजी से फैल रहे है । केंद्रीय वन पर्यावरण मंत्रालय के निर्देशानुसार ईआईए रिपोर्ट के पूर्व एस आइ ए बनाने का प्रावधान है जिसमे 10 किलोमीटर के अंतर्गत आने वाले समस्त ग्राम पंचायतों में एवं गांव टोला मुजरा क्षेत्र के प्रभाव दुष्प्रभाव का उल्लेख होना चाहिए । इसका पालन नही किया गया है । इन वजहों से सांसद गोमती साय इन जनसुनवाई को निरस्त करने की मांग की है