स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की जनता को चार नये जिलों और 18 नई तहसीलों की बड़ी सौगात दी है। चार नये जिले ‘मोहला-मानपुर’, ‘सक्ती’, ‘सारंगढ़-बिलाईगढ़’ तथा ‘मनेन्द्रगढ़’ के गठन की घोषणा की। अंबागढ़ चौकी क्षेत्र के लोग लंबे समय से चौकी को जिला मुख्यालय बनाने की मांग कर रहे थे, लेकिन स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अंबागढ़ चौकी के स्थान पर मोहला-मानपुर को जिला बनाने की घोषणा कर दी गई। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मानपुर-मोहला को जिला घोषित करने से जिले के अंबागढ़ चौकी क्षेत्र के लोगों की नाराजगी फूट पड़ी है। टूटी कलम समाचार

स्थानीय लोगों के साथ कांग्रेस विधायक छन्नी साहू भी मानपुर-मोहला राजमार्ग पर चक्काजाम में बैठ गई हैं। लगभग 3 घंटे से मानपुर-मोहला राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप है। स्थानीय विधायक छन्नी साहू और अम्बागढ़ चौकी के लोग नाराज होकर सड़क पर धरने में बैठ गए। प्रदर्शनकारियों को उठाने पुलिस और प्रशासन मशक्कत कर रही है। लेकिन वो हटने के लिए तैयार नहीं हो रहे है। लंबे समय से अंबागढ़ चौकी क्षेत्र के लोग चौकी को जिला बनाने की मांग कर रहे थे। लेकिन स्वतंत्रता दिवस के दिन मुख्यमंत्री ने मोहला-मानपुर को जिला बनाने की घोषणा कर दी। टूटी कलम समाचार

जिससे स्थानीय विधायक छन्नी साहू और अम्बागढ़ चौकी के लोग नाराज होकर सड़क पर धरने में बैठ गए है। राजनांदगांव जिले के खुज्जी विधानसभा क्षेत्र से विधायक छन्नी चंदू साहू ने बताया कि हमारी पहले से ही मांग थी कि चौकी मोहला मानपुर को जोड़कर जिला बनाया जाए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, हम मुख्यमंत्री से मिलने के लिए रायपुर रवाना हो रहे थे, तभी सड़क पर हमारे क्षेत्र की जनता चक्काजाम करके विरोध प्रदर्शन कर रही थी। इस लिए हम भी धरना प्रदर्शन में शामिल हो गए है। टूटी कलम समाचार
पत्थलगांव कई वर्षो से जिला बनने की आस भाजपा के शासन काल से पत्थलगांव को नजर अंदाज किया जा रहा है वर्तमान शासन से बहुत उम्मीद थी कि जब भी नए जिलो की घोषणा होगी उसमे पत्थलगांव का नाम रहेगा लेकिन आज प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने नए जिलो की घोषणा की उसमें पत्थलगांव का नाम नही होने से यह के स्थानीय निवासी व भाजपा के लोग सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे है ।
प्रदेश के 4 नए जिलों की घोषणा के बाद पत्थलगाँव को जिला नहीं बनाए जाने के विरोध में भाजपा सड़क पर उतर गई और विधायक रामपुकार सिंह इस्तीफा दो के नारे लगाने लगे । और चक्का जाम करने की खबर लग रही है ।
इधर पत्थलगांव के भाजपाई कर रहे प्रदर्शन, रामपुकार सिंह से मांग रहे इस्तीफा

दरअसल पत्थलगाँव को जिला बनाने की मांग कई वर्षों से चल रही है । लेकिन हर बार पत्थलगाँव जिला बनने से वंचित होता रहा है पत्थलगांव का वंचित होना इस क्षेत्र के नेताओ के कमी को दर्शाता है कि यहा के नेता महज नाम के नेता है काम के नही । पत्थलगांव को जिला बनाने की मांग हर लिहाज से उचित है क्योंकि पत्थलगांव से जशपुर की दूरी 100 किलोमीटर से अधिक है। जिस वजह से जनता को छोटे छोटे शासकीय कार्य के लिये जशपुर की दौड़ लगानी पड़ती है। पत्थलगांव के जिला बन जाने की वजह से आसपास के ब्लाकों के आदिवासी ग्रामीणों को काफी राहत मिल सकेगी। शायद जूदेव के जादू की वजह से एवँ आसपास की विधानसभाओ भाजपा के गढ़ होने की वजह से मुख्यमंत्री ने इस ओर से नजरें फेर ली होगी। टूटी कलम समाचार

शायद जशपुर राजपरिवार भी नही चाहता होगा कि पत्थलगांव को अलग जिला बनाया जाये क्यूंकी इससे जशपुर जिले का क्षेत्रफल तो कम हो गा ही,सांथ ही राजपरिवार की पकड़ भी आदिवासियों पर से कम हो जायेगी। जशपुर लोकसभा का सपना पाले लोगो का सपना भी टूट जाएगा। हो सकता है मुख्यमंत्री ने इसलिए ही पत्थलगांव को जिला बनाने की मांग को अनसुनी कर दी हो। पत्थलगांव से कांग्रेस के अजेय योद्धा रामपुकार सिंह धाकड़ आदिवासी नेता है। जो स्व.दिलीप सिंह जूदेव के करिश्माई व्यक्तित्व के बावजूद लगातार 8 बार विधायक बने मगर कांग्रेस में उनकी पूछ परख कम होने की वजह से उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था एवं विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत को बना दिया गया । यदि रामपुकार सिंह पत्थलगांव को जिला बनाने पर अड़ जाये तो पत्थलगांव का जिला बनना नामुमकिन नही होगा। टूटी कलम समाचार
