टूटी कलम समाचार…. त्यौहारो के मद्देनजर जिला प्रशासन एवं चेम्बर व्यसाइयो पर अपनी छाप छोड़कर व्यपारियो के हितैषी कहलाने के प्रयास में साप्ताहिक अवकाश बुधवार को भी बाजार खोलने की अनुमति निगम प्रशासन ने दे तो जरूर दी मगर कुछ एक वर्ग विशेष के व्यवसाई अपनी दुकानें खोलकर अपनी काया को कष्ट देते ऊंघते हुई अवस्था मे मूर्खो की तरह इधर उधर नजरें करते हुए ग्राहकों को खोज रहे है। जबकि लोग दुर्गा जी की अष्टमी पूजा,उपवास के कारण देवी दर्शन के लिए मंदिरों का रुख कर माता की कढ़ाही कर कन्या भोज करवाने में लगे हुए है। टूटी कलम समाचार
शरीर को आराम देना भी जरूरी होता है….. कार्य के सांथ ही एक दिन शरीर की थकान मिटाना भी न्यायसंगत माना जाता है। शास्त्रों,पुराणों में भी लिखा है कि सप्ताह में 6 दिन हाड़तोड़ मेहनत कर धन कमाओ और 1 दिन विष्णु भगवान की तरह से आराम फरमाओ,मगर धनलोलुप इंसान विष्णु को भूलकर माता लक्ष्मी को ही प्रसन्न करने में लगा रहता है। जिससे लक्ष्मी प्रसन्न न होकर खिन्न हो सकती है। टूटी कलम समाचार
चेम्बर जिसे अपनी जीत समझकर समाचार वायरल करवा रहा था। वह उसकी हार दिखी..बुधवार को भी बाजार खुला रहने के समाचार चेम्बर ने अपने पेड वेब पोर्टलो के माध्यम से जोर शोर से वायरल करवाये ताकि पूर्ण बाजार खुला रह सके परन्तु कुछ एक व्यवसाइयों को छोड़कर छोटे छोटे दुकानदार अपनी अपनी दुकानें बंद रखकर चेम्बर को दर्पण दिखला दिए कि वे व्यवसाय अपनी मर्जी से करने में स्वंय सक्षम है न कि चेम्बर के अधीन है। टूटी कलम समाचार