टूटी कलम महंगाई विशेष…… केंद्र में सरकार किसी भी दल की हो मगर प्रायः यह देखा जाता आ रहा है कि जब जब हिंदुओ के पर्व नवरात्र, धनतेरस, दीपावली, शादी सीजन,होली आदि नजदीक आते है तब तब घरेलू गैस,तिलहन,दलहन,फल,सब्जी,कपड़े सोना,चांदी,आदि सभी के मूल्य आसमान पर जा टिकते है। केंद्र सरकार मूल्यों पर नियंत्रण रखने में हर बार असफल होती है। एक बार जिस वस्तु का मूल्य ऊपर चढ़ जाता है। उसको नीचे उतारने के सारे प्रयास विफल हो जाते है एवं वही मूल्य वस्तु की कीमत बनकर निर्धारित हो जाता है। टूटी कलम समाचार महंगाई विशेष
चुनाव पूर्व बाजारों में लग जाती है आग…लोकसभा चुनावों के पूर्व भी हर बार ऐसी स्थिति निर्मित हो जाती है कि महंगाई इंसान की हद से बाहर निकल जाती है। महंगाई कम करने के नाम पर ही राजनीतिक दलों के द्वारा मुद्दा बनाकर चुनावी घोषणापत्र में आश्वासन देकर इंसानों को छला जाता है। जनता बेचारी ओजपूर्ण नारो से प्रभावित होकर ई वी एम का बटन दबा आती है। सत्ता मिलते ही नेता जनता को अपने किये गए वायदों को भूलकर सत्ता का सुख भोगने में लीन हो जाते है।उन्हें इस बात की फिक्र,परवाह,चिंता नही रहती की जनता उसे दुबारा मौका देगी की नही। इसलिए 5 साल में इतना कमा लिया जाता है कि इनकी आने वाली कई पीढ़ी बैठकर खाये तब भी खत्म नही हो सकता। नेता अपने क्षेत्र, प्रदेश को छोड़कर अपनी संतानों के काम धंधे महानगरों के अतिरिक्त विदेशों में सैट करवाने में अपने 5 साल के कार्यकाल को खपा देते है। जिसके सैकड़ो उदाहरण दिए जा सकते है। टूटी कलम समाचार महंगाई विशेष
कोयला की कमी या मूल्य वृद्धि का बहाना…इन दिनों कोयले की आपूर्ति को कम बतलाकर बिजली गुल के नाम पर जनता को डराया जा रहा है।जबकि यह आपूर्ति कब से की जा रही है और कमी बनी हुई है।मगर अब जब अडानी,अम्बानी आदि ने पावर सेक्टर पर अपनी मजबूत पकड़ बना ली है तब ब्लैक आउट के भय का वातावरण बनाकर बिजली दरें बढ़ाने की उठा पटक बनाई जा रही होगी। अब जब कि त्यौहारी सीजन शुरू हो गए है। देश मे लाखो भव्य दुर्गा पंडाल,मंदिर रंगीन रौशनीयो से जगमग कर रहे है। होटलो,रेस्टोरेंट, गार्डन में डांडिया,गरबा के कार्यक्रम चकाचोंध लाइटों के तले हो रहे है। आगामी धनतेरस,दीपावली पर विद्युत की खपत बढ़ जाएगी। इस पर नियंत्रण करने के लिए कोयले का कित्रिम अभाव बतलाकर कुछ न कुछ जनता को ठगने का प्रयास चल जरूर रहा होगा। आज विद्युत इंसान की अहम जरूरत बन चुकी है। जिसका फायदा भी उठाने से मठाधीश नही चुकने वाले। टूटी कलम महंगाई विशेष समाचार
कम्पनियों ने बढ़ाये अपने समानों के मूल्य….कोयले की कमी की वजह से विद्युत प्रभावित होने से कम्पनियों के उत्पादन पर ग्रहण लग सकता है। ऐसा सोचकर सभी कम्पनियों के सामानों के मूल्य बढ़ चुके है और बढ़ते रहेंगे।जिस पर लगाम कसना सरकार के बस से बाहर है। भुगतना आम जनता को ही पड़ेगा। टूटी कलम महंगाई विशेष समाचार