🔥 टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ राज्य की भूपेश सरकार कांग्रेस की सरकार को बदनाम करने के लिए विपक्षियों की आवश्यकता नहीं है. जिस काम को भाजपा के द्वारा किया जाना चाहिए. वह कार्य रायगढ़ नगर पालिका निगम के अधिकारी महापौर सभापति एमएससी के सदस्य कर रहे हैं. शहर के मुख्य मार्गों की थूक पालिस कर करोड़ों रुपए की चपत लगाई जा चुकी है। मगर कार्य पूरे नहीं हो पाए हैं और जो हुए हैं वे भी पहली बरसात में ही दम तोड़ देंगे। जिला कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा के आने जाने वाले मार्गो ने जिलाधीश को गड्ढों के झटके महसूस ना हो इसलिए साल 6 माह के लिए थूक पालिश गड्ढे भर दिए गए हैं। जबकि शहर के सैकड़ों मार्ग ऐसे हैं की जिनमें मोटरसाइकिल का चक्का जाते ही चालाक सड़क पर धराशाई होकर चोटिल हो रहे हैं और बेबाकी और बेफिक्री से नगर निगम को कोसते हैं। कई गलियों की हालत इतनी डैनी हो चुकी है कि यदि गर्भवती महिला उस मार्ग से आना-जाना कर ले तो शायद प्रसूति के लिए अस्पताल ना जाना पड़े। अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों के यहां जाने पर मालूम चलता है कि वहां पर जो भी मरीज आते हैं उनमें से अधिकांश सड़क दुर्घटना में चोटिल हुए रहते हैं।
इन दिनों शहर में जगह जगह पर यह देखा जा रहा है कि जिनके घरों एवं दुकानों के सामने बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं वे लोग गिट्टी, सीमेंट, बालू की व्यवस्था कार स्वयं गड्ढे पाट रहे हैं ताकि उनके सामने दुर्घटना ना हो और ना ही गड्ढों में पानी भरने की वजह से गंदे पानी के छीटों से बचा जा सके। जिससे विवाद की स्थिति निर्मित ना हो सके।
निगम महापौर, सभापति, एमएससी के सदस्य, पार्षद,अपने अपने वार्डो में कार्य करवाने के प्रति शायद इसलिए इच्छुक नहीं है कि उन्हें दोबारा चुनाव नहीं लड़ना है। यदि चुनाव में दुबारा भाग्य आजमाया भी जाएगा तो भाग्य उनका साथ नहीं देगा क्योंकि भाग्य विधाता मतदाता होते हैं और मतदाताओं के दिलों से अपनी कार्यशैली की वजह से पार्षद उतर चुके हैं।