🔥 टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव का काउंट डाउन शुरू हो चुका है जिसके मद्देनजर रायगढ़ जिला भाजपा से विधायक की टिकट पाने के दावेदार आम जनता को रिझाने एवं मीडिया को मैनेजमेंट करने में सक्रिय हो चुके हैं। भाजपा से राजनीति कर रहे नव धनाढ्य युवा चेहरे अपनी अपनी तिजोरी खोलने के लिए उत्सुक दिखलाई दे रहे हैं। चर्चित नामों में विकास केडिया, सुनील रामदास, गौतम अग्रवाल, विलिस गुप्ता, रथ्थु गुप्ता, पूर्व विधायक विजय अग्रवाल, जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल, सरदार गुरुपाल भल्ला, आदि है। जो अपने अपने रसूखो एवं पहुंच का इस्तेमाल करने में जुटे हुए हैं। जिनके द्वारा निरंतर रायपुर दिल्ली लखनऊ के दौरे किए जा रहे हैं।कोई योगी आदिनाथ तो, कोई डॉ रमन सिंह तो, कोई बृजमोहन अग्रवाल तो ,कोई अमर अग्रवाल तो ,कोई अरुण साव तो, कोई सांसद गोमती साय , के सहारे विधायकी का टिकट पाने के लिए छटपटा रहे हैं।
दूसरी तरफ एक धीर गंभीर ऊंचे रसूख वाले यूथ आईकॉन समाजसेवी सुनील कुमार अग्रवाल (लेंधरा) ने खामोशी बनाकर रखी हुई है। यदि टिकट के दौड़ में सुनील दिलचस्पी ले ले तो बाकी लोगों की उम्मीदवारी बात पानी गिर सकता है। सुनील की पहुंच रायपुर दिल्ली के कद्दावर भाजपा नेताओं के अतिरिक्त के देश के सभी बड़े भाजपा नेताओं से मधुर संबंध है। सुनील के पास युवाओं की बहुत बड़ी फौज है एवं वे अपने मधुर व्यवहार एवं आर्थिक मदद के कारण के कारण सर्व समाज में लोकप्रिय है। सुनील के पास समस्या लेकर जाने वाला कोई भी इंसान मायूस होकर नहीं लौटता है। चुनाव के समय धन खर्च करने के मामले में सुनील के द्वारा किसी भी तरह की कंजूसी नहीं की जाएगी यह बात हर आम आदमी समझ रहे है और चाह भी रहे हैं कि भाजपा सुनील (लेंध्रा) को अपना प्रत्याशी बनाए। सुनील का नाम प्रदेश के बड़े ठेकेदारों की सूची में अग्रिम पंक्ति पर है। वे भले ही ठेकेदार व्यवसाई हो किंतु उनको शहर के अतिरिक्त गांव गांव के बच्चे बच्चे तक नाम से जानते पहचानते हैं।
सुनील का नरम स्वभाव सबके लिए एक सरीखा रहता है एवं उनके द्वारा मीडिया मैनेजमेंट बराबर किया जाता है। सुनील के अंदर भरी खूबियों की वजह से यदि उनको भाजपा रायगढ़ विधानसभा की उम्मीदवारी दे देती है तो पार्टी में उनके खिलाफ कोई आवाज नहीं उठाएगा। जिसका कारण उनके सबसे मधुर संबंध है। अपने चुनाव पर सुनील रुपया पानी की तरह से बहाने में बहुत सक्षम है। सुनील की उम्मीदवारी को लेकर कई कारण धनात्मक है। इसलिए यदि भाजपा उनको टिकट दे दे तो कोई अतिशयोक्ति की बात नहीं है।