🔥 टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ सरकारी विभागों में एक विभाग ऐसा होता है जिसका नाम श्रम विभाग होता है किंतु इस विभाग को तनिक मात्र भी शर्म नही है। जिसके अधिकारी कर्मचारी बाबू भैया चपरासी सभी के द्वारा बगैर कार्य किए सरकार से हर माह मेहनताना लिया जाता है। यह विभाग किस लिए बनाया गया है और क्या कार्य करता है जिसके विषय में अच्छे-अच्छे बुद्धिमान लोग भी नहीं जानते हैं। जब कभी इस विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को अर्थ की जरूरत होती है तब यह सक्रियता से कार्यरत हो जाया करते हैं।
वैसे श्रम विभाग इसलिए बनाया गया है ताकि श्रमिकों के हितों की रक्षा, मेहनताना, आयु सीमा, दुर्घटनाओं पर नजर रखकर उद्योगों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की जा सके। पिछले कई वर्षों से उद्योगों में प्रतिष्ठानों में होटलों में बाजारों में सेलो में नाबालिक लड़कियां एवं लड़के कार्यरत देखे जा सकते हैं। नियम तो यह है कि उद्योगों व्यवसायिक प्रतिष्ठानों होटलों बाजारो सेलो आदि में “हमारे यहां कोई बाल श्रमिक कार्यरत नहीं है” की सूचना चस्पा की जानी चाहिए। मगर सब नियम कानून को दरकिनार करते हुए व्यवसायियों के द्वारा नाबालिगों से श्रम करवाया जाता है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के स्लोगन का खुलकर विरोध प्रतिष्ठानों में देखा जा सकता है। बालक बालिकाओं के पढ़ने एवं खेलने कूदने के दिनों में उनसे शारीरिक श्रम करवाया जाना सरकार के मुंह पर तमाचा है। नाकारे, निकम्मे ,आलसी, कामचोर, माता – पिता के द्वारा अपने नाबालिक बच्चों को काम पर इसलिए लगा दिया जाता है ताकि उनकी कमाई से एक रुपए किलो का चावल खरीद कर पेट भरा जा सके.
श्रम विभाग को चाहिए की अति शीघ्र ही व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की जांच पड़ताल कर नाबालिक कार्यरत मिलने पर मोटा जुर्माना वसूल कर माननीय न्यायालय में केस दायर करें। व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से नाबालिक बालक बालिकाओं को मुक्त करवाकर उनको स्कूलों में दाखिल करवाना चाहिए।
सुबह काम पर निकली नाबालिग बालिका दिन भर क्या करती है ? कहां जाती है ? किस किस से मिलती है ? किस किस से बातें करती है ? इन सभी बातों से परिजन आंखें मूंदकर अनजान बन जाते हैं। जब ऐसी बालिकाओं के द्वारा प्रेम मोहब्बत के चक्कर में पड़ कर अपना शरीर समर्पित कर दिया जाता है और समय आने पर जब प्रेमी के द्वारा शादी से इंकार कर दिया जाता है या कोई अन्य गर्लफ्रेंड के चक्कर में प्रेमी आ जाता है तो अपने साथ दुष्कर्म होने की रिपोर्ट लिखवा दी जाती है। इन दिनों दुष्कर्म के मामले बढ़ने का यही कारण सामने आ रहा है.