टूटी कलम रायगढ़ जिले का बहुचर्चित, विश्वसनीय, पाठको की पहली पसंद नंबर वन के पायदान पर न्यूज वेब पोर्टल “टूटी कलम” अपनी लोकप्रियता की वजह से छत्तीसगढ़ स्तर पर जाना पहचाना जाने लगा है. संपादक निडर,निष्पक्ष,निर्भीक, बेबाक,बेखौफ, असलियत से नाता रखने वाला, लेखक, चिंतक, विचारक, विश्लेषक, व्यंग्यकार,स्तंभकार,कलमकार, माता सरस्वती का उपासक, लेखनी का धनी, कलम का मास्टरमाइंड चंद्रकांत (टिल्लू) शर्मा रायगढ़ छत्तीसगढ़ 83192 93002…. जिला ब्यूरो चीफ राष्ट्रीय अखबार दैनिक जन जागरण संदेश
🏹टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम🎤 न्यूज रायगढ़ छत्तीसगढ़….. आज रायगढ़ जिले की राजनीति एवं मीडिया में उस वक्त तूफान आ गया. जब रायगढ़ के पूर्व विधायक मंत्री स्वर्गीय डॉक्टर शक्राजित नायक के पुत्र कैलाश नायक मुन्ना पूर्व विधायक प्रकाश नायक के अनुज के द्वारा सोशल मीडिया पर भाजपा प्रवेश करने की पोस्टर वायरल कर दी और बताया गया कि उनके द्वारा कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया जा रहा है. इस्तीफा देने का कारण स्पष्ट नहीं किया गया है. राजनीति में यह कोई पहली घटना नहीं है जिस पर इतना आश्चर्य किया जाए.ज्ञात रहे कि रायगढ़ के पूर्व विधायक एवं प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके साथ ही सर्वश्रेष्ठ विधायक का खिताब पाने वाले स्वर्गीय डॉक्टर शकराजीत नायक पहले भाजपा से विधायक हुआ खाते से जिन्होंने बाद में कांग्रेस का दामन थाम लिया था. इस वजह से उन्हें कांग्रेसी नेता समझा जाने लगा जबकि हकीकत यह थी कि वे कट्टर भाजपाई विचारधारा के थे. आज उनके छोटे पुत्र कैलाश नायक मुन्ना के द्वारा उस समय भाजपा में किया. जब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लोकसभा प्रत्यासी डॉ मेनका देवी सिंह के पक्ष में प्रचार कर कांग्रेसियों के साथ 1 मई मजदूर दिवस को बोरे बासी दिवस के रुप में मना रहे थे और लगभग 12 तरह के छत्तीसगढ़िया व्यंजनों का लुफ्त उठा रहे थे.
जिला पंचायत सदस्य एवं रायगढ़ के पूर्व विधायक प्रकाश नायक के अनुज के द्वारा सोशल मीडिया में की गई पोस्ट के बाद राजनीति एवं मीडिया जगत को बहस करने का एक मुद्दा मिल गया परंतु किसी ने दूर की कौड़ी के विषय में नहीं सोचा. लक्ष्मण की तरह अपने भाई प्रकाश नायक के साथसाये के समान चलने वाले कैलाश नायक के द्वारा उठाया गया कदम कोई अप्रत्याशित एवं आश्चर्यजन के नहीं होना चाहिए. कैलाश नायक अपने बड़े भाई प्रकाश नायक के विपरीत जा ही नहीं सकते. नायक बंधुओ के द्वारा काफी आपसी सलाम मशविरा के बाद मुन्ना को भाजपा में भेजना उचित समझा होगा क्योंकि फिलहाल आगामी साढे चार वर्षो तक प्रदेश में भाजपा की सरकार रहेगी. राजनीति करने वाले राजनीति से वंचित न रहे इसलिए मुन्ना ने भाजपा का दामन थाम लिया. एक कारण यह भी है कि पुसौर ,सरिया, बरमकेला क्षेत्र में भाजपा के कद्दावर नेता विजय अग्रवाल एवं रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी का बढ़ता हुआ जनाधार, लोकप्रियता के ग्राफ रोकने की खातिर कैलाश नायक को भाजपा में प्रवेश करवाया जा सकता है. लोकसभा चुनाव के बाद में पंचायत स्तरीय नगरीय चुनाव होने हैं. कैलाश नायक अपनी पंचायत के मजबूत चेहरे माने जाते हैं. इसलिए पंचायत चुनाव में कैलाश नायक को कमल छाप आबंटित कर चुनाव लड़वाया जा सकता है. रायगढ़ जिले की राजनीति में नायक परिवार का दखल रहा है और रहेगा. संभवतः कांग्रेस में गुटबाजी से तंग आकर कैलाश नायक में इस्तीफा दे दिया होगा. कांग्रेस में हर कांग्रेसी अपने आपको कद्दावर नेता से कम नहीं समझता है. राजनीति में इस तरह के उलट के ऊपर स्तर पर भी चलते रहते हैं या कोई बहुत बड़ा मुद्दा नहीं है. इसे आप आप स्थानीय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर, देश स्तर पर देख सकते हैं.
जैसे सोनिया गांधी कांग्रेस तो मेनका भाजपा, वसुंधरा राजे सिंधिया भाजपा तो माधवराव सिंधिया कांग्रेस, अमर अग्रवाल भाजपा तो अशोक अग्रवाल कांग्रेस हरमीत घई कांग्रेस को गुरपाल भल्ला भाजपा इस तरह के बाकी उदाहरण का आंकलन आप स्वयं कर सकते हैं. समय,काल,परिस्थिति सब कुछ बदलने में सक्षम होती है.