रायगढ़—— एक समय पूरे प्रदेश में रायगढ़ जिले को कोरोना के मद्देनजर ग्रीन जोन के रूप में जाना जाता था। इसे जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन की अथक मेहनत का सार्थक परिणाम कहा जाये तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी।पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह एवं पूर्व कलेक्टर यशवंत कुमार ने खाना-पीना,सोना,आराम करना त्यागकर 24 घँटे जिला कोरोना के संक्रमण से मुक्त रखने का सफलतम प्रयास किया। राजनेताओं एवं वोटो की राजनीति ने पूरे देश मे महफूज राज्यो में भी कोरोना के वायरस पंहुचाने का अनोखा कार्य कर दिखलाया। प्रवासी मजदूरों के अतिरिक्त जनता भी ट्रेनो के माध्यमो से अपने अपने घर लौटने लगे। जिससे सभी प्रदेशो में कोरोना ने अपने पांव पसार लिये। यह एक सोचनीय विषय है कि सरकार देश की जनता का हित सोच रही है या फिर चाइना का साथ दे रही है।
शहर में 11 जून को बोईरदादर क्षेत्र स्थित कृष्णा वैली कालोनी में कोरोना पॉजिटिव मिलने पर दूरदर्शी सोच वाले पुलिस अधीक्षक ने इस कालोनी को कन्टेन्टमेंट जोन बनाकर पुलिस से मुनादी करवा कर पुलिस की मुस्तैदी बढ़ा दी थी। ताकि कोई भी व्यक्ति कालोनी के अंदर बाहर आवागमन न कर सके। इस कालोनी की स्थिति जानने कल ही पुलिस कप्तान ने मुआवना किया था क्योंकि इस कालोनी के कई लोगो के लिये गये ब्लड सेम्पल की रिपोर्ट आनी बची थी।
हुआ वही जिसकी उम्मीद की जा रही थी। महाराष्ट्र से लौटे उक्त कालोनी निवासी परिवार में 6 लोगो की रिपोर्ट आज पॉजिटिव निकली है। जिन्हें ईलाज के लिये कोविड हॉस्पिटल ले जाया गया है। बतलाया जा रहा है कि उक्त परिवार को होम आइसुलेशनो पर रखा गया था परन्तु इन्होंने बाहर आना-जाना,घूमना-फिरना,लोगो से मिलना-जुलना नही छोड़ा था। अब इन प्रभावितों की गतिविधियों को खंगाला जायेगा कि ये लोग कहां,कहां आना,जाना किये एवं कितने ,किन किन लोगो के सम्पर्क में आये।
बतलाया जा रहा है कि कृष्णा वैली में आज जिन लोगो की पॉजिटिव रिपोर्ट आई है। वे सब नाबालिग है। जाहिर सी बात है ये नाबालिग बच्चे कालोनी में खेले कूदे, घूमे फिरे भी होंगे। बरहाल इस मामले को पुलिस पूरी गम्भीरता से लेकर आगे की रणनीति बना रही है।