🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज रायगढ़ 🌍 छत्तीसगढ़ 🏹
लगातार हो रही बारिश की वजह से पर्यावरण की आड़ में विकास का विरोध करने वाले, जंगल कटेगा तो बारिश नहीं होगी,ऑक्सीजन नहीं मिलेगी, गर्मी और तेज होगी,पानी की कमी हो जाएगी,जल स्रोत सूख जाएंगे, आदि के द्वारा चल रहे विकास कार्य का विरोध करने वालों की बोलती देवराज इंद्र ने बंद कर दी और अपना समर्थन रायगढ़ विधायक पर्यावरण मंत्री ओ पी चौधरी को दे दिया.
सावन भादो से ज्यादा बारिश हुई.. कहा जाता है कि सावन और भादो में जमकर बरसात होती है, किंतु विकास के लिए, काले हीरे को जमीन से बाहर निकालने के लिए आर्थिक व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए तमनार क्षेत्र में पेड़ों का काटना अति आवश्यक था.पेड़ों के कटने पर तथाकथित पर्यावरण प्रेमी,विकास विरोधी, विपक्ष राजनीतिक दल के द्वारा ग्रामीणों को भड़का कर अपने फायदे के लिए विकास का विरोध करते हुए कहने लगेगी जंगल कट जाने से पर्यावरण, ऑक्सीजन,जल स्त्रोतों,नदी,नालों,जंगली जानवरों को नुकसान होगा, अत्यधिक गर्मी पड़ेगी और बारिश नहीं हो पाएगी.मगर जंगल कटते ही. लगातार 5 घंटे तक इतनी मूसलाधार बारिश हुई की नालियो का गंदा पानी सड़कों पर बहने लगा. नाली,नाले से पानी ओवरफ्लो होकर लोगों के घरों में प्रतिष्ठानों में घुस गया. जिससे साबित हो गया कि जंगल कटने से बारिश का कोई संबंध नहीं है. बारिश होने से पेड़ पौधों पर जमी कालिमा धूल गई. ओपी चौधरी के विरोध में धरना आंदोलन प्रदर्शन करना धरा का धरा रह गया. रायगढ़ में किसी मिलीलीटर बारिश हुई यह पूछ कर बेताल वापस पेड़ पर चढ़ गया. अभी जुलाई अगस्त सितंबर पूरे बाकी है. भारी बारिश होने से ओ पी चौधरी का विरोध करने वालों के चेहरे पर कालिख पुतने की संभावना है.
विरोध करने वालों को बहाना चाहिए.. विकास कार्यों का विरोध करने वालों को मौका मिलना चाहिए. जो अच्छे विकास कार्यों का विरोध करने का बहाना ढूंढते रहते हैं. अब बरसात के मौसम में जिला प्रशासन निगम प्रशासन विधायक का विरोध शुरू हो जाएगा. बारिश से पहले नाली नालों से मलमा नहीं निकाला गया है. विरोध करने वाले लोग जब नाली नालों की सफाई हो रही थी तो वे स्वयं स्थल पर खड़े होकर. साफ सफाई क्यों नहीं करवाए ? तब इतने जागरूक हो कर समाचार और वीडियो क्यों नहीं बनाए ?