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🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़… लगता है रायगढ़ पुलिस चोंगे वालों की वजह से पूरी मीडिया को कमजोर दिमाग का समझने लगी है. क्योंकि 100 में से 95 लोग विज्ञप्तियों को कॉपी पेस्ट कर पुलिस को अपना समझने की भूल कर बगैर पढ़े समाचार ग्रुपों में कचरा फैलाते रहते हैं. उन्हें किसी भी तरह के मामलों से कोई सरकार नहीं रहता है और नाथ वहां तक उनकी सोच पहुंच पाती है जहां से हम सोचना शुरु करते हैं.
मामला नंबर 1… पिछले कुछ दिन पहले कोतरारोड सोनिया नगर के एक मकान से एक दोस्त धीरज शर्मा ने अपने ही दोस्त आदित्य के पीठ में छुरा भोकते हुए. उसे अल्प्राजोलम की चार गोली खिलाकर निश्चेत कर दिया था और मौका मिलते ही उसके घर से सोने के चार बिस्किट, चांदी के समान, नगद रकम, सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर निकाल कर ले भागा था. जिसकी पुष्टि आसपास में लगे सीसीटीवी फुटेज से कर ली थी कि चोरी धीरज शर्मा कृष्ण आचार्य ज्योतिषाचार्य के द्वारा की गई थी. मगर पुलिस की सुस्त कार्रवाई की वजह से धीरज रायगढ़ से फरार हो गया.
मामले में ट्विस्ट तब आ गया जब सर्किट हाउस के पास रहने वाले धीरज के दोस्तमीर रिजवान ने धीरज के पेट पर छुरा घोंपते हुए. कोतवाली थाने में जाकर बता दिया कि धीरज के द्वारा चोरी किया गया सामान धीरज ने उसके पास रखवाया है. जबकि चोरी के सामान रखने में मीर रिजवान भी बराबर का आरोपी है. जिसका खुलासा धीरज के गिरफ्तार होने के बाद हो पाएगा. कमल की बात तो यह है कि पूरा खुलासा होने के बावजूद आरोपी धीरज शर्मा पुलिस की पकड़ से अब तक बाहर है. क्या पुलिस का सूचना तंत्र फेल हो गया है या फिर पुलिस से पकड़ना नहीं चाह रही है.
मामला नंबर 2.... चोरी का दूसरा मामला भी सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है. जिसमें दानी पारा निवासी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई की उसके घर से सोने के आभूषण चोरी हो गए हैं. पुलिस के द्वारा जांच पड़ताल की कड़ी में जब मकान की तलाशी शुरू की तब उन्हें कुछ भी हासिल नहीं हुआ परंतु शाम को पुलिस ने उसी थैले से आभूषण बरामद किए. जो सुबह खाली पाया गया था. रिपोर्टकर्ता पवन बेरीवाल अपनी पत्नी रितिका बेरीवाल पुत्रों गौरव एवं सौरव के साथ दानी पारा स्थित अपने निवास में रहता है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामला बहुत बड़ी चोरी का है.
अग्रवाल समाज ने किया पुलिस का सम्मान .. अग्रवाल समाज के कुछ लोगों ने इसे पुलिस की सफलता बताते हुए कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, थाना प्रभारी सुखनंदन पटेल का सम्मान समारोह आयोजित कर प्रशस्ति पत्र एवं 50,000 रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में दिए गए. जिसको लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है. लोग दबी जुबान से बोल रहे हैं कि बगैर आरोपी को गिरफ्तार किए बगैर प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेश किये सम्मान समारोह क्यों आयोजित किया गया ? क्या इस मामले में पुलिस के द्वारा आरोपी को बख्श दिया जाएगा ? शायद पूरी दुनिया में इस तरह का सम्मान समारोह पहली बार आयोजित किया गया है. क्या अग्रवाल समाज के लोग चाहते हैं कि पुलिस आरोपी को बगैर कोई कार्रवाई के मामले को दबा दिया जाए ? 2 दिन के अंदर दो चोरी हुई दोनों के आरटीओ की पहचान हो गई पर तो दोनों ही पुलिस की गिरफ्त से बाहर क्यों है ? क्या पुलिस दबाव में काम कर रही है ? क्या पुलिस का मुखबिर तंत्र फेल हो चुका है ? या फिर पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करना चाह रही है ?
इनकम टैक्स विभाग कर सकता है कार्रवाई.. क्योंकि दोनों ही मामले लाखों रुपए के सोने के जेवरात का है. इसलिए आयकर विभाग के द्वारा दोनों मामलों के प्रार्थियों को तलब कर सोने से संबंधित जानकारी जुटा सकती है.