घायल हालत में ईंट भट्ठे पर मिले थे संवाददाता,अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। पत्तरकार ने माफियाओं के खिलाफ एक खबर चलाई थी। उसके बाद से ही उन पर हमले की आशंका थी। एक दिन पहले ही पत्रकार ने हत्या की आशंका जताते हुए सुरक्षा की मांग की थी। 12 जून को ही एडीजी और एसपी को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की थी। उन्होंने चिट्ठी में अपनी जान को खतरा बताया था। टीवी पत्रकार की मौत के मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया है। रविवार रात लालगंज से लौटते समय वह सुखपालनगर के पास संदिग्ध दशा में मृत मिले थे। उधर, सोमवार सुबह घटना पर आक्रोश जताते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता और मीडियाकर्मी धरने पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे डीएम व एडीजी प्रयागराज का घेराव कर मृतक पत्रकार के परिजनों को आर्थिक मदद और घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग उठाई। इसे लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा। डीएम के हरसंभव मदद के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए। दोपहर बाद सुलभ का शव अंतिम संस्कार के लिए प्रयागराज के रसूलाबाद घाट ले जाया गया।
शहर के पश्चिमी सहोदरपुर स्टेशन रोड निवासी सुलभ श्रीवास्तव (45) एक टीवी चैनल के पत्रकार थे। रविवार को वह लालगंज कोतवाली के असरही में पकड़ी अवैध असलहा फैक्ट्री की कवरेज करने गए थे। वहां से लौटते समय रात करीब साढ़े दस बजे लखनऊ-वाराणसी राजमार्ग पर नगर कोतवाली के सुखपालनगर के पास ईंट-भट्ठे के करीब संदिग्ध हालत में वह घायल अवस्था में मिले। उनकी बाइक गिरी थी। लोगों ने उनके मोबाइल से पत्रकार साथी को फोनकर घटना की जानकारी दी। जिसके बाद उन्हें मेडिकल कालेज लाया गया। यहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसकी जानकारी होने पर रात में ही मेडिकल कालेज में मीडियाकर्मियों का जमावड़ा लग गया।