
रायपुर। मध्यप्रदेश से 2000 में अलग होने के बाद छत्तीसगढ़ में आबादी जिस रफ्तार से बढ़ी, शहरीकरण का अनुपात उससे ज्यादा तेज रहा है, यानी प्रदेश में लोगों की शहरों में रुचि बढ़ी है। प्रदेश में 2001 की जनगणना में आबादी 2.08 करोड़ थी और शहरों की संख्या 75 ही थी। इनमें नगर निगम, नगर पालिकाएं और नगर पंचायतें शामिल हैं।
आधार रजिस्ट्रेशन एजेंसी के मुताबिक 2020 में प्रदेश में 2.94 करोड़ लोगों का रजिस्ट्रेशन हुआ, इस आधार पर विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल जनगणना में आबादी 3 करोड़ तक हो सकती है। टूटी कलम