
टूटी कलम रायगढ़…. रायगढ़ में भाजपा-कांग्रेस में कद्दावर नेताओ की कभी कमी नही रही है और न कभी उद्योगों की ज्यादतीयो के खिलाफ हुंकार भरने वालो का टोटा पड़ा है परन्तु पिछले कुछ वर्षों से सभी लोग लक्ष्मी देवी के आगे नतमस्तक हो गए है। कुछ बगावती किस्म के लोगो को उद्योग मैनेजमेंट विभाग ने दुकाने,रेस्टोरेंट,कैंटीन,सप्लाई,ठेका,नौकरी,विज्ञापन आदि दिलवाकर जुबानों पर ताले लटकवा दिये है। प्रशासन से किसी किस्म की उम्मीद रखना अपने ही मन को सांत्वना देना है क्योंकि प्रशासनिक अधिकारियों का प्रत्येक डेढ़-दो साल में आने जाने की प्रक्रिया है। इस वजह से “अपना काम बनता भाड़ में जाये जनता” वाली मानसिकता बनी रहती है। टूटी कलम समाचार

स्वास्थ्य सेवाओं में इजाफा…पिछले कुछ दिनों पूर्व जिंदल हॉस्पिटल के नए भवन का लोकार्पण विधायक ने किया था। जिसमे कलेक्टर, जिला पंचायत के सी ई ओ,पुलिस अधीक्षक भी उपस्थित हुए थे। उद्घाटन समारोह पर सबने जिंदल प्रबंधन की जमकर तारीफों के कच्चे पुल बांधे थे एवँ उक्त भवन को मानव के लिए कल्याणकारी बतलाते हुए साधुवाद दिया गया था। जबकि उक्त भवन का निर्माण शायद सी एस आर मद से करवाया गया होगा एवं उसकी वसूली भी रोगियों के परिवार से कर ली जाकर मुनाफा कमाने का जरिया बना लिया गया है। टूटी कलम समाचार
जिंदल उद्योग ने इस वर्ष रायगढ़ जिला से 2500 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया बतलाया गया है।इस अनुपात में यदि उद्योग को लाभ हो रहा है तो जनता को मिलने वाली सड़क,स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली,पानी आदि की समस्या आजीवन नही होनी चाहिए। पूरे जिले की गलियां तक चकाचक,मख्खन की तरह हो जानी चाहिए परन्तु जनप्रतिनिधी, संघर्ष मोर्चा,केलो बचाओ,पर्यावरण प्रेमी,ग्रीन ट्रिब्यूनल आदि तब तक ही विरोध में आवाज उठाते है,जब तक कि उनकी आवाज बिक न जाये। टूटी कलम समाचार
ढिमरापुर चौक,उर्दना चौक, सी एम ओ तिराहा,कोतरारोड बाई पास…पर पंहुचते ही यह ऐहसास होने लगता है कि हम “बाबूजी” मार्ग पर आ गए है। रायगढ़ से गोरखा चिराइपानी, भूपदेवपुर,खरसिया मार्ग इतने बेहतरीन रूप में है कि लोगो की आंखों से मार्ग,सड़क दिखलाई ही नही पड़ती है।बस गढ्ढे ही गढ्ढे दिखते है। छोटे बड़े गढ्ढो की अपनी अपनी किस्मत है। भारी वाहन,ट्रेलर वाले इस लिए विरोध नही करते क्यूंकी उन्हें कोयला परिवहन,लोहे की ढुलाई के कार्य करने है। भाजपा-कांग्रेस दोनो ही दलों के कार्यकर्ताओं के वाहनो जिंदल की कृपादृष्टि से किस्त पट जाती है। वरना यदि जिंदल उद्योग को कोयला सप्लाई,माल ढुलाई 2 दिन रोक दी जाये तो रातों रात सड़के चकाचक बन दी जाएगी। टूटी कलम समाचार