टूटी कलम रायगढ़ जिले का बहुचर्चित, विश्वसनीय, पाठको की पहली पसंद नंबर वन के पायदान पर न्यूज वेब पोर्टल “टूटी कलम” अपनी लोकप्रियता की वजह से छत्तीसगढ़ स्तर पर जाना पहचाना जाने लगा है. संपादक निडर,निष्पक्ष,निर्भीक, बेबाक,बेखौफ, असलियत से नाता रखने वाला, लेखक, चिंतक, विचारक, विश्लेषक, व्यंग्यकार,स्तंभकार,कलमकार, माता सरस्वती का उपासक, लेखनी का धनी, कलम का मास्टरमाइंड चंद्रकांत (टिल्लू) शर्मा रायगढ़ छत्तीसगढ़ 83192 93002…. जिला ब्यूरो चीफ राष्ट्रीय अखबार दैनिक जन जागरण संदेश.
🏹टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤न्यूज रायगढ़ छत्तीसगढ़…… रायगढ़ शहर के वरिष्ठ चिकित्सक एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राजेंद्र अग्रवाल( राजू) ने सूरत में हुए निर्विरोध चुनाव पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. इनका कहना वाजिब है कि यदि ईवीएम मशीन में एक उम्मीदवार “नोटा”के रूप में मौजूद रहता है तो उसको अनदेखा करके किसी को भी चुनाव कैसे जिताया जा सकता है. यह जनता का विवेक है कि वह किसी को भी जनप्रतिनिधि के लायक न समझकर नोट का बटन दबाकर नोटा को विजयी बना सकते हैं. इस तरह का कृत्य मानव अधिकारहरण के अंतर्गत आता है. डॉ राजू ने मांग की है कि सूरत में फिर से एवं निष्पक्ष तरीके से चुनाव करवाया जाए. डॉक्टर का कहना है कि जब किसी भी कार्य के लिए कोई निविदा नहीं आती है तो बार-बार निविदाएं आमंत्रित की जाती है. एक निविदा की प्राप्ति पर कार्य करने वाले को कार्य नहीं सौप दिया जाता है. ज्यादा होने पर सरकारी विभाग के द्वारा स्वयं से कार्य करवाया जाता है. मगर जहां पर प्रतिस्पर्धा ना हो,ऐसे में किसी कार्य में भी रुचि नहीं रह जाती है. सूरत में एकमात्र नवांकन दाखिल किया गया था जो इस बात का संकेत है कि सूरत की जनता लोकसभा चुनाव में कोई दिलचस्पी नहीं रखते हैं.
डॉ राजू ने कहा कि….*Surat का निर्विरोध निर्वाचन संवैधानिक या असंवैधानिक* ❓
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**Surat से लोकसभा इलेक्शन में एक कैंडिडेट को निर्विरोध घोषित किया गया है*
निर्विरोध कैसे निर्वाचित हुआ इस बहस में मैं नहीं जाना चाहता ।
पर विषय विचारणीय है की इलेक्शन में निर्विरोध निर्वाचन तभी होता है जब इसके सामने कोई अन्य प्रत्याशी न हों।
*पर संसदीय इलेक्शन में हर लोकसभा क्षेत्र में एक प्रत्याशी NOTA भी होता है* जिसे प्रत्याशी होने का संवैधानिक अधिकार है ।
फिर *जब सूरत में NOTA प्रत्याशी था तो कैंडिडेट का निर्वाचन संवैधानिक कैसे है*
यह निर्णय सूरत के वोटर के मौलिक अधिकार का हनन , तथा डेमोक्रेसी पर कुठारघाट है ।
*यदि सूरत के वोटर घोषित निर्विरोध प्रत्याशी को पसंद न करता हो तो उसे वह कैसे व्यक्त करे*
*इस विषय पर देश में , सुप्रीम कोर्ट में चर्चा अवश्य होनी चाहिए*।
*Dr raju agrawal*
*Raigarh*