जशपुर—— मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जशपुर जिले वासियो को करोड़ो की सौगात दी। इनके कार्यक्रम में दूर दराजो से ग्रामीणों को वाहनों के माध्यम से लाया गया ताकि कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके परन्तु कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात जो बातें सामने आ रही है। से जशपुर जिला प्रशासन, कांग्रेसी विधायक,फूड अधिकारी,होटल वाले,केटरिंग वाले बुरी तरह से घिर गये है।
सर्वप्रथम तो कार्यक्रम समाप्ति के बाद भोजन के जो पैकेट बांटे गये थे ।उसमें लाल चीटियाँ लगी हुई थी। भोजन के पैकेट में 6 पूड़ी,आलू की सूखी सब्जी,1 गुलाब जामुन था। जिसमे लाखो चीटियाँ चढ़ी हुई थी। भूख से व्याकुल ग्रामीण कांग्रेस को कोसते नजर आये। बात इतने में ही खत्म नही होती। इससे कड़वी सच्चाई यह है कि भोजन के पैकेट बांटे नही गये अपितु जानवरो को देने के तरीके से भी खराब तरीके से हवा में उछाल उछाल कर फेंककर दिये गये और इस तरह से भोलेभाले, गरीब,आदिवासी ग्रामीणों का जमकर माखोल उड़ाया गया।
जमीन पर गिरते भोजन के पैकेट को जन सामान्य इस तरह से लपक रहे थे मानो की आईपीएल मैच में कैच लपका जा रहा हो। खाद्य पैकेट को आपातकाल में जिस तरह हेलीकॉप्टर से दिया जाता है। उससे भी खराब तरीके से भोजन के पैकेट फेंक फेंक कर दिये गये।
बेचारे गरीब लोगो को मिट्टी,चींटी लगे भोजन को उठाना,खाना मजबूरी थी।
आगे यह देखना है कि इस मामले को विपक्ष किस तरह से लेकर माहौल में तपन पैदा कर सकता है और कांग्रेस सरकार की गाज किन लोगों पर गिरती है। वैसे यदि आज छत्तीसगढ़ के शेर कुमार स्व. दिलीप कुमार सिंह जूदेव जीवित होते तो शायद अब तक कांग्रेस कटघरे में खड़ी होकर हाशिये पर चली गई होती।