✒️टिल्लू शर्मा टूटी कलम रायगढ़… मंजिले,मुकाम उन्हें ही मिला करते है। जो लोग पसीने को भी इत्र समझते है। कामयाबी उनके कदम चूमती है,जिनके कदम जमीन पर रहते है। हवा हवाई बातें कर,गुंडागर्दी को अपना आदर्श,अपनी पहचान मानने वाले लोग जीवन मे ऊंचाइयों तक नही पहुँचा करते।जो लोग पसीने से भीग कर भी लिबास नही बदला करते जिनका मकसद लक्ष्य प्राप्ति की ओर होता है उनके लिए स्व. हरिवंशराय बच्चन जी की कविता एकदम फिट बैठती है। संजय एन आर को समर्पित कविता की कुछ लाइने…..
वृक्ष हों भले खड़े,
हों घने हों बड़े,
एक पत्र छाँह भी,
माँग मत, माँग मत, माँग मत,
अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ।
तू न थकेगा कभी,
तू न रुकेगा कभी,
तू न मुड़ेगा कभी,
कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ,
अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ।
यह महान दृश्य है,
चल रहा मनुष्य है,
अश्रु श्वेत रक्त से,
लथपथ लथपथ लथपथ,
अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ
विनाश की सीढ़ी पर विकास होता है,यदि विकास बगैर विनाश के हो जाते तो आज जापान इतनी तरक्की नही कर पाता। संजय N /R अपनी लगन, पिता, भाइयो के सहयोग से फर्श से अर्श तक का सफर पूरा कर रहे है। जो इनकी एवँ इनके भाइयो की काबिलियत है। ये निरंतर तरक्की कर अपने पथ पर आगे बढ़ते जा रहे है। जिसका प्रमुख कारण ऊंची सोच एवँ सामान्य जीवन है। गांव से निकली छोटी सी कल्पना आज अपने पैर पसार कर प्रदेश स्तर पर प्रसिद्ध हो रही है। टूटी कलम
457 करोड़ रुपये निवेश करेंगे रायगढ़ की भूमि पर. एन आर ग्रुप अपने उद्योग के विस्तार में 457 करोड़ रुपये लगाने जा रहा है। जो कि एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। इतनी बड़ी धनराशि लगाने का अर्थ है कि रोजगार के साधन बढ़ेंगे,शहर की जनसंख्या बढ़ेगी,शहर में व्यवसाय बढ़ेगा,लोगो का जीवन स्तर सुधरेगा,रायगढ़ औद्योगिक हब में एक नया नाम जुड़ेगा। रायगढ़ के एन आर इस्पात में निर्मित समानों की खपत विदेशों में होगी।जिले को एक नई और अलग पहचान मिलेगी। एन आर इस्पात ने जिले भर में जनसुविधा के लिए कई कार्य किये है। जिन्हें गांवो में देखा जा सकता है। जिसकी फेहरिस्त बहुत लंबी है साथ ही लगभग 1 करोड़ रुपये खर्च कर अशर्फी देवी महिला चिकित्सालय ( रूपेंद्र पटेल) का जीर्णोद्धार कर नये पेइंग वॉर्ड,ऑपरेशन थियेटर का कार्य द्रुतगति से करवाया जा रहा है। जी की जिलेवासियों के लिए बड़ी सौगात होगी। टूटी कलम
जनसुनवाई में मिला भारी समर्थन.. संपन्न हुई जनसुनवाई में एन आर इस्पात को देलारी,सरायपाली आदि गांवों के वाशिंदों का एकतरफा समर्थन मिलना इस बात का संकेत है कि उक्त उद्योग के विस्तार होने से लोगो की जरूरतें पूरी हो सकेगी। शिक्षा, चिकित्सा, बिजली,पानी का अभाव महसूस नही होगा एवँ क्षेत्र में पौध रोपण से पर्यावरण, प्रदूषण का खतरा भी कम होगा। टूटी कलम