बरमकेला से लौटकर टिल्लू शर्मा की ग्राउंड रिपोर्टिंग, चौहान दम्पति के लिए कोई असरकारक नही है तहसीलदार का आदेश,मीडिया के सहारे निवस्त्र होने पर उतारू महिला दे रही 376 की धमकी, हमारे पास उपलब्ध है अवांछनीय हरकतो के वीडियो,आवेदक की जुबानी दर्द की व्यवथा
टूटी कलम रायगढ़-/-बरमकेला तहसील के ग्राम कंचनपुर में जमीन विवाद के मामले में बरमकेला थाना प्रभारी पर लगाये गए मारपीट के आरोप का एक अलग ही रंग नजर आ रहा है।जिसमे पुलिस कप्तान के समक्ष शिकायतकर्ता दम्पत्ति द्वारा थाने बुलाकर मारपीट का आरोप लगाया तो जा रहा है। परंतु इसके उलट इस शिकायत में कही भी इस बात का उल्लेख ही नही किया गया कि तहसील कार्यालय बरमकेला द्वारा बकायदा इस मामले में अनावेदक प्रेम सागर के पक्ष में भूमि विवाद के मामले में फैसला सुनाया गया है। यही नही मिली जानकारी के मुताबिक तहसील कार्यालय के फैसले को भी शिकायतकर्ता दम्पत्ति द्वारा मानने से इंकार करते हुए बरमकेला थाने में ही अनावेदक सहित पुलिसकर्मियों से भी हुज्जतबाजी किये जाने की बात सामने आ रही है।जहां बात न बनने की स्थिति में मामले को तूल देने बेवजह एक कर्तव्यनिष्ठ थानेदार पर आरोप मढ़े जाने की कवायद की गई है।बहरहाल इस मामले में बरमकेला थाना प्रभारी द्वारा भी अपने ऊपर लगाए गए आरोपो को सिरे से नकारा गया है।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब हो कि कंचनपुर निवासी प्रेम सागर पिता देवराज पटेल द्वारा बरमकेला थानामे बकायदा लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए बताया गया था कि ग्राम कंचनपुर में उसके पूर्वजो के समय की खसरा नम्बर134/1पर6 डिसमिल में आबादी पट्टा उसके नाम मौजूद है। वही उक्त कब्जे की भूमि पर आवेदक प्रेम सागर द्वारा अपने आवास का निर्माण कराया जा रहा है।वही आवेदक प्रेम सागर की लिखित शिकायत में18 फरवरी को उक्त आवास निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढे को ग्राम कंचनपुर के ही मंडल चौहान एवम उसके पुत्र राजेन्द्र चौहान व उसकी पत्नी द्वारा जबरन आकर विवाद करते हुए गड्डों को बलात पाटे जाने की बात बताई गई है।जिसकी जानकारी होने पर भूमि स्वामी प्रेम सागर द्वारा उन्हें मना किये जाने पर न केवल उसके साथ हुज्जतबाजी की घटना को अंजाम दिया गया बल्कि गाली गालौच करते हुए भूमि स्वामी को ही वहां से खदेड़ दिया गया।बहरहाल भयादोहन हो भू स्वामी को ही अपनी भूमि को छोड़ बैरंग वापस लौटना पड़ गया।
तहसील कार्यालय ने मंडल चौहान की शिकायत को जांच मे पाया ,गलत प्रेम सागर के पक्ष में सुनाया था फैसला
इस पूरे मामले व विवाद उपरांत मामले को तहसील कार्यालय मे मण्डल चौहान द्वारा शिकायत की गई। जहां जांच उपरांत तहसील कार्यालय के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा उक्त जमीन विवाद का फैसला प्रेम सागर के पक्ष में सुनाया गया। बावजूद इसके चौहान दम्पत्ति किसी भी हाल में उक्त भूमि से कब्जा हटाने तैयार नही हो रहा था।जहां अब इस मामले को तूल देने पुलिस कप्तान से शिकायत किये जाने की बात सामने आ रही है।