✒️टिल्लू शर्मा टूटी कलम रायगढ़….. गत दिनों तहसील कार्यालय में हुडंग,धमाचौकड़ी कर अनुविभागीय अधिकारी के भृत्य , लिपिक,नायब तहसीलदार से मारपीट,गाली गुफ्तार,तहसीलदार सुनील अग्रवाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने वाले 3 वकीलों एवँ अन्य के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज होने पर पुलिस प्रशासन ,जिला प्रशासन का मान रखने अब सक्रिय होकर नामजद आरोपी वकीलों की गिरफ्तारी के लिए जगह जगह छापेमारी शुरू कर चुकी है। पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए लगभग 1 दर्जन वकील अधिवक्ता संघ को आंदोलन की आग में झोंककर फरार हो गए है। तहलील कार्यालय में उत्पात मचाने वाले वकीलों पर एट्रोसिटी,शासकीय कार्य मे बाधा, कार्यालय में घुसकर मारपीट,ड्यूटीरत अधिकारियों,कर्मचारियों से मारपीट,हुज्जतबाजी का मामला दर्ज होते ही। लगभग 1 दर्जन वकील अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए अंडरग्राउंड हो गए बतलाये जा रहे है। टूटी कलम
हाईकोर्ट की शरण लेने की सुगबुगाहट…. अधिवक्ता संघ और जिला प्रशासन के बीच आंदोलन के बीज बोकर कुछ तथाकथित वकील अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत के लिये उच्च न्यायालय की शरण मे जाने के समाचार है। संभवतया मामले की गंभीरता को समझते हुए माननीय न्यायालय द्वारा जमानत याचिका खारिज की जा सकती है।दूसरी वजह प्रदेश के राजपत्रित अधिकारीयो का संगठन वकीलों के खिलाफ उठ खड़ा हुआ है। जिन्होंने सोमवार से कलमबंद कर हड़ताल करने का निर्णय लिया है। टूटी कलम
फेसबुक पर धमकी रूपी टिप्पणी ने आग में घी डाला…तहसील कार्यालय में हुए विवाद के बाद किसी एच. एल.कुरे ने फेसबुक पर अधिकारियों,विधायकों,मंत्री को टारगेट कर धमकी भरी पोस्ट ने भूचाल ला दिया । पुसौर तहसीलदार दारा जिसकी लिखित शिकायत फेसबुक पोस्ट की प्रिंट आउट सहित पुलिस में की जा चुकी है। वहीं विधायक एवं मंत्री मौनी बाबा क्यो बने हुए है। यह समझ से परे है। टूटी कलम
